भाखड़ा विस्थापितों का इंतजार और लंबा

समस्याएं सुलझाने के लिए बुलाई बैठक में नहीं पहुंचे संबंधित क्षेत्रों के विधायक

शिमलाभाखड़ा विस्थापितों की समस्याएं सुलझाने के लिए मंगलवार को सचिवालय में बुलाई गई महत्त्वपूर्ण बैठक से संबंधित क्षेत्र के विधायक नदारद रहे। इन क्षेत्रों से जुडे़ सभी विधायकों को यहां पर बुलाया गया था, मगर केवल विधायक जेआर कटवाल ही पहुंचे। उनके द्वारा उठाए गए मामले पर ही सरकार ने उच्च स्तरीय कमेटी का गठन किया है, जिसकी पहली बैठक यहां पर रखी गई थी। इतना ही नहीं, पशुपालन मंत्री वीरेंद्र कंवर भी बैठक में नहीं पहुंचे, जिनका मुख्यमंत्री के  साथ जाने का कार्यक्रम था। बताया जाता है कि झंडूता के विधायक कटवाल ने यहां पर कमेटी के सामने अपनी बात रखी। उन्होंने झंडूता में रह रहे भाखड़ा विस्थापितों का दर्द बयां किया और कहा कि उनके लिए अब तक सरकार ने कोई विशेष नीति नहीं बनाई है। यह लोग भी भाखड़ा बांध बनने से प्रभावित हुए हैं, मगर इनके बारे में नहीं सोचा गया। उनका कहना था कि बिलासपुर में जो प्रभावित हैं, उनका पुनर्वास भी किया गया, मगर झंडूता के 111 लोगों को अब तक सरकार से पूरा न्याय नहीं मिल पाया है। बैठक में विधायक रामलाल ठाकुर, सुभाष ठाकुर, सुरेंद्र गर्ग को भी बुलाया गया था, जिनके क्षेत्र भाखड़ा बांध के साथ लगते हैं और उनके इलाकों में भी भाखड़ा के प्रभावित लोग रहते हैं। विधायकों के न पहुंचने के बाद भी बैठक वित्तायुक्त राजस्व ओंकार शर्मा की अध्यक्षता में हुई, मगर यहां सभी विधायकों का पक्ष नहीं आ सका। बताया जाता है कि अब दोबारा से 15 दिन बाद बैठक करने की बात कही गई है, जिसमें सभी विधायकों को बुलाया जाएगा। इस संबंध में उन्हें सूचित भी कर दिया गया है, जिन्होंने बैठक में न आने के अपने निजी कारण बताए हैं। कमेटी की रिपोर्ट सरकार को जानी है, जिसके आने में अब समय लगेगा। उम्मीद थी कि बैठक में कुछ महत्त्वपूर्ण निर्णय निकलेंगे, लेकिन विधायकों के न आने से अब इनकी रिपेर्ट आने में देरी होगी। सरकार कमेटी की रिपोर्ट को विधानसभा में लाना चाहती है, क्योंकि वहीं पर विस्थापितों की समस्याओं को सुलझाने का आश्वासन दिया गया है। उम्मीद है कि झंडूता व दूसरे क्षेत्रों में रह रहे विस्थापितों की समस्याएं सरकार के सामने आएंगी जिनका सालों बाद निराकरण हो सकेगा। अब दूसरी बैठक का इंतजार रहेगा।