मनरेगा से बनाए जाएंगे ट्रैकिंग रूट्स

उपायुक्त विवेक भाटिया ने शुरू की नई पहल, प्राकृतिक रास्तों की तरह दिखेंगे रूट्स

चंबा –उपायुक्त चंबा विवेक भाटिया ने एक नई पहल शुरू करते हुई नैसर्गिक सौंदर्य से परिपूर्ण चंबा जिला के विभिन्न विकास खंडों में चिन्हित ट्रेकिंग रूट्स को मनरेगा के तहत विकसित करने का फैसला लिया है। उपायुक्त ने बताया कि यह ट्रैकिंग रूट्स मनरेगा के तहत इस तरीके से विकसित किए जाएंगे ताकि वे नेचुरल पाथ यानि प्राकृतिक तौर पर दिखने वाले रास्तों की तरह बनें। मनरेगा में निर्मित होने वाले यह टै्रकिंग रूट्स चंबा जिला में साहसिक और धार्मिक पर्यटन की संभावनाओं को और आगे तक ले जाने में उपयोगी साबित होंगे। उपायुक्त ने ये निर्देश भी दिए कि इन ट्रैकिंग रूट्स के दरमियान आने वाले गांवों में पर्यटन विभाग होम स्टे योजना के तहत होमस्टे स्थापित करने की दिशा में कार्य करेगा ताकि ट्रेकिंग करने वाले देशी-विदेशी सैलानियों को प्राकृतिक एवं ग्रामीण वातावरण में ठहरने और स्थानीय खानपान व संस्कृति को करीब से अनुभव करने का मौका प्राप्त हो। उपायुक्त ने बताया कि शुरुआती तौर पर अभी भटियात विकास खंड में 19, मैहला में 14, चंबा में 12, तीसा और सलूणी में दस-दस ऐसे ट्रेकिंग रूट्स को चिन्हित करने के बाद मनरेगा शेल्फ में डाला गया है। शेल्फ  को मंजूरी मिलने के बाद इन सभी ट्रैकिंग रूट्स को तैयार करने का काम शुरू हो जाएगा।   उपायुक्त ने कहा कि वे खुद इस नई कार्य योजना के तहत तैयार होने वाले ट्रेकिंग रूट्स का जायजा लेंगे। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि जब ट्रेकिंग रूट्स बनकर तैयार हो जाएंगे तो इनकी पूरी जानकारी जिला प्रशासन की वेबसाइट पर भी उपलब्ध करवाई जाएगी ताकि पर्यटकों को मदद मिल सके। उपायुक्त ने कहा कि चंबा जिला पूरे प्रदेश में नैसर्गिक सौंदर्य और प्राकृतिक संपदा के मायने में परिपूर्ण है। जरूरत इस बात की है कि इस दिशा में ठोस व व्यवहारिक प्रयास अमल में लाए जाएं। यदि साहसिक पर्यटन बढ़ेगा तो स्थानीय लोगों के लिए भी रोजगार के कई जरिए पैदा होंगे। उपायुक्त ने वीरवार को हुई खंड विकास अधिकारियों की समीक्षा बैठक में भी इस दिशा में ठोस प्रयास करने की जरूरत पर जोर दिया था ताकि यह पहल समूचे जिले में मूर्त रूप ले सके और यहां साहसिक और धार्मिक पर्यटन के शौकीन सैलानी साल भर अपना रुख कर सकें।