लोकतंत्र की जीत है दिल्ली चुनाव

-जोगिंद्र ठाकुर, कुल्लू

दिल्ली विधानसभा के चुनाव परिणाम सामने हैं। आप एक बार फिर बड़ी जीत के साथ सत्ता में रहेगी। जनता का मत सर्वोपरि होता है। निश्चित रूप से आम आदमी पार्टी ने इसे प्राप्त किया है। इस चुनाव में जहां भाजपा ने अपने प्रदर्शन में आंशिक सुधार किया, वहीं देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस जनता से कोसों दूर होती जा रही दिखती है। आम आदमी पार्टी की जीत पर कांग्रेस, ममता, अखिलेश, तेजस्वी यादव आदि देश के विभिन्न दलों के नेताओं का खुश होना तो समझ आता है, लेकिन इस जश्न पर पाकिस्तान में पटाखों से मनाना समझ से परे है। जीत के जश्न में डूबे आप विधायक इस जीत को शाहीन बाग की जीत के रूप में प्रचारित कर रहे हैं। ये वक्तव्य उनके मंसूबों को ही दर्शाते हैं। निसंदेह शाहीन बाग धरना प्रदर्शन ने चुनाव में ध्रुवीकरण कर आप को लाभ पहुंचाया है। भारत विरोधी स्वरों को आजादी मांगते हुए इसी शाहीन बाग में देखा गया है। इस सोच के साथ तो राष्ट्र का निर्माण नहीं होने वाला, जिसकी बात आज आप कर रही है। इसमें कोई संदेह नहीं दिल्ली की जीत लोकतंत्र की जीत है। ईवीएम भी लांछन लगने से बच गई। समूची चुनावी प्रक्रिया को जिस शांतिपूर्ण तरीके से भारतीय चुनाव आयोग ने करवाया है, उसकी प्रशंसा की जानी चाहिए। संविधान बचाने और लोकतंत्र बचाने के नाम पर पिछले दो मास से होने वाले प्रदर्शन ने दिल्ली के आम जनमानस के लिए समस्या खड़ी की है, अब इसे समाप्त किया जाना चाहिए। जश्न के माहौल से आगे चलकर नई सरकार को चाहिए कि नए लक्ष्य के साथ दिल्ली के विकास के लिए आगे बढ़कर जनता की आशा आकांक्षाओं को पूरा करने के मार्ग पर चले।