विधानसभा अध्यक्ष पद पर परमार की ताजपोशी आज

मंत्रिमंडल से त्यागपत्र स्वीकार, 17वें अध्यक्ष के रूप में लेंगे शपथ

शिमला – विधानसभा अध्यक्ष के रूप में विपिन सिंह परमार की ताजपोशी बुधवार को होगी।  मंगलवार को श्री परमार ने इस पद के लिए अपना आवेदन भरा। उनके साथ मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, संसदीय कार्यमंत्री सुरेश भारद्वाज के अलावा भाजपा के दूसरे नेता मौजूद रहे। उन्होंने विधानसभा के सचिव यशपाल शर्मा को अपना नामांकन सौंपा। एक तरफ विपिन परमार ने अपना नामांकन विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए सौंपा, तो दूसरी ओर प्रदेश मंत्रिमंडल से भी अपना त्यागपत्र मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को सौंप दिया। मंगलवार शाम को यह त्यागपत्र राज्यपाल को मंजूरी के लिए भेजा गया, जिसे मंजूर कर लिया गया है। इसके साथ जयराम कैबिनेट में एक और मंत्री का पद खाली हो गया है। विपिन परमार स्वास्थ्य मंत्री का दायित्व संभाल रहे थे, जो फिलहाल मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के पास ही रहेगा। जब तक सरकार नए मंत्रियों को कैबिनेट में जगह नहीं देती, तब तक सीएम ही इस विभाग को देखेंगे। उनके पास इससे पहले खाद्य आपूर्ति व ऊर्जा विभाग भी है। कैबिनेट से पहले खाद्य आपूर्ति मंत्री किशन कपूर का इस्तीफा हुआ था और इसके बाद अनिल शर्मा का, जिनके पास ऊर्जा मंत्री का प्रभार था। मुख्यमंत्री ने ये विभाग अपने पास ही रखे थे। अब स्वास्थ्य एवं आयुर्वेद विभाग भी सीएम के पास ही रहेगा। मंत्रिमंडल में तीन मंत्रियों की जगह खाली है और यह पता नहीं है कि कैबिनेट का विस्तार कब होगा। फिलहाल विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी डा.राजीव बिंदल के पद छोड़ने से खाली हुई थी, जो अब प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष हैं। विपिन परमार हिमाचल विधानसभा के 17वें अध्यक्ष होंगे। उनसे पहले राजीव बिंदल, बृज बिहारी लाल बुटेल, तुलसी राम, गंगू राम मुसाफिर, गुलाब सिंह ठाकुर, कौल सिंह ठाकुर, टीएस नेगी, राधा रमण शास्त्री, विद्या स्टोक्स, टीएस नेगी (दो बार), सरवण कुमार, कुलतार चंद, देसराज महाजन (दो बार) तथा जयवंत राम विधानसभा अध्यक्ष रह चुके हैं। गौर हो कि विपिन सिंह परमार के नाम की घोषणा सोमवार देर रात की गई थी। भाजपा विधायक दल की बैठक में इस पर चर्चा के बाद सीएम ने इसकी घोषणा की थी। गौरतलब है कि सदन की परंपराओं के अनुरूप कांगे्रस ने विधानसभा अध्यक्ष के लिए अपना प्रत्याशी नहीं दिया है। यदि कांग्रेस प्रत्याशी देती, तो यहां चुनाव होने की संभावना थी। हालांकि अब सर्वसम्मति से विपिन सिंह परमार को अध्यक्ष का आसन मिलेगा। बुधवार सुबह उनकी ताजपोशी होगी और उसके बाद सदन की कार्यवाही चलेगी।