शिक्षा में शून्य निवेश नवाचार पुस्तक का विमोचन

हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवर पाल का अध्यापकों से आह्वान गुणवत्ता बढ़ाने को दें सुझाव

पंचकूला – हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने कहा कि राज्य में नैतिक शिक्षा के माध्यम से स्कूली विद्यार्थियों को पर्यावरण व जल संरक्षण के लिए जागरूक किया जाएगा ताकि वे भावी चुनौतियों से निपटने में सक्षम बन सकें। शिक्षा मंत्री शिक्षा में शून्य निवेश नवाचार पुस्तक का विमोचन तथा शिक्षक सम्मान समारोह में बोल रहे थे। उन्होंने अध्यापकों से भी आह्वान किया कि वे शिक्षा में गुणवत्ता बढ़ाने के लिए नए आइडिया लेकर आएं। राज्य सरकार ऐसे आइडियाज पर विचार कर सकारात्मक कदम उठाने का प्रयास करेगी। शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने शिक्षा में शून्य निवेश नवाचार पुस्तक का विमोचन किया तथा इस पुस्तक में संकलित आइडियाज वाले 55 अध्यापकों को सम्मानित भी किया। उन्होंने इस अवसर सम्मानित किए गए अध्यापकों को बधाई देते हुए कहा कि वे बच्चों को संस्कारित बनाएं, क्योंकि किसी बच्चे पर सर्वाधिक असर उसके अध्यापक का पड़ता है। उन्होंने कहा कि अध्यापक राष्ट निर्माता होता है व समाज का पथ-प्रदर्शक कहलाता है। शिक्षक हमारे जीवन और समाज के वे सूत्रधार हैं जिनका महत्व सदैव बना रहता है। उन्होंने कहा कि उनका मानना है कि जो शिक्षक अपने छात्रों को उनके भीतर छिपी प्रतिभा और क्षमता का परिचय करवाने में सफल हो जाते हैं, वे आदर्श शिक्षक होते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे देश की संस्कृति में गुरु का स्थान सर्वोपरि है। हमारा संकल्प भारतवर्ष को फिर से विश्वगुरु के रूप में स्थापित करना है और इसे साकार करने के लिए हम हमारे गुरुओं यानि शिक्षकों से मार्गदर्शन और योगदान की आशा करते हैं। भारतवर्ष विश्व का सबसे युवा देश है। युवा ऊर्जा और विचारों को राष्ट्र निर्माण के लिए रचनात्मक दिशा देने का दायित्व भी आप जैसे नवाचारी शिक्षकों पर है।  इस अवसर पर शिक्षा में शून्य निवेश नवाचार पुस्तक का प्रकाशन करने वाली सोसायटी की निदेशक डा. सिम्मी, राजेश जिंदल, प्रशांत राणा, सुशील कुमार, पुष्पेंद्र कुमार व पललव समेत कई सदस्य उपस्थित थे।