सीएए का विरोध राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित : रविशंकर

राजगीर – केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) का हो रहे विरोध को राजनीति से प्रेरित बताया और कहा कि यह कानून भारत के किसी नागरिक पर लागू नहीं होता है इसलिए इससे किसी भी समुदाय विशेष को डरने की जरूरत नहीं है। श्री प्रसाद ने यहां बिहारशरीफ परिसदन में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित होकर सीएए का विरोध किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वह पहले भी कई अवसरों पर यह स्पष्ट कर चुके हैं कि पाकिस्तान, बंग्लादेश और अफगानिस्तान में प्रताड़ित अल्पसंख्यक हिंदू, सिख, ईसाई, जैन, बौद्ध एवं पारसी को भारत की नागरिकता प्रदान करने के लिए सीएए लाया गया है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि सीएए किसी भारतीय पर लागू नहीं होता है। इसलिए, इस कानून से किसी समुदाय विशेष के लोगों को डरने की जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के बारे में अभी तक कोई फैसला ही नहीं किया है। श्री प्रसाद ने सीएए के विरोध में दिल्ली के शाहीनबाग में चल रहे धरना प्रदर्शन पर कहा कि लोगों को आलोचना करने और किसी मुद्दे पर अपनी राय का अधिकार है लेकिन देश को तोड़ने की इजाजत किसी को नहीं है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार शाहीनबाग के लोगों से सौहार्दपूर्ण तरीके से बातचीत करने के लिए तैयार है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस नीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग) सरकार के कार्यकाल में पहली बार वर्ष 2010 में राष्ट्रीय जनसंख्या पंजी (एनपीआर) तैयार किया गया था। उन्होंने कहा कि एनपीआर केंद्र और राज्य सरकार को नीति निर्धारित करने में मददगार साबित होगा।