एक नजर

फ्रांस में संक्रमितों की संख्या 29155

पेरिस। फ्रांस में पिछले 24 घंटे के दौरान कोरोना वायरस (कोविड-19) के 4000 नए मामले सामने आए हैं और यहां पर अब इससे संक्रमितों की संख्या बढ़कर 29155 हो गई है। फ्रांस के सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा के प्रमुख जेरोम सलोमोन गुरुवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि हमने 29155 मामलों की पुष्टि की है, जबकि इस महामारी से अब तक देश में 1696 लोगों की मौत हो चुकी है। उनके अनुसार इनमें से 13,904 लोगों का विभिन्न अस्पतालों में उपचार चल रहा है, जबकि 3375 लोग नाजुक स्थित में गहन चिकित्सा कक्ष में भर्ती है।

चीन में कोविड-19 के 55 नए मामले

मास्को। चीन में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस कोविड-19 महामारी के प्रकोप से पांच लोगों की मौत हुई और संक्रमण के 55 नए मामलों की पुष्टि हुई है। चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने शुक्रवार को बताया कि देश में कोविड-19 से कुल 3292 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि इससे संक्रमितों की संख्या 81340 पहुंच गई है। आयोग के अनुसार पिछले 24 घंटों में हुई सभी पांचों मौतें हुबेई प्रांत में हुई, जिसमें चीन में महामारी का केंद्र वुहान शहर शामिल है। फिलहाल इस प्रांत से किसी नये मामले सामने नहीं आया है। 

स्विटजरलैंड में पीडि़त 10000 के पार

बर्न। स्विटजरलैंड में शुक्रवार को कोरोना वायरस से 949 नए मामले दर्ज किए गए और इसके साथ ही यहां इस घातक विषाणु से संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या 10,714 हो गई। स्विस फेडरल ऑफिस ऑफ पब्लिक हेल्थ (फोफ) ने यह जानकारी दी है। फोफ के अनुसार इस वैश्विक महामारी से देश में मरने वालों की संख्या 103 से बढ़कर 161 हो गई है। देश में अब तक 91400 लोगों के जांच किए गए हैं, जिसमें से 14 प्रतिशत लोग पॉजिटिव पाए गए हैं।

महाराष्ट्र में 11 हजार कैदी होंगे रिहा

पुणे। महाराष्ट्र सरकार ने कोरोना वायरस के प्रकोप के मद्देनजर राज्य की जेलों में सात साल अथवा उससे कम की कैद की सजा काट रहे 11000 कैदियों को पैरोल पर रिहा करने का आदेश दिया है। महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने मुंबई में शीर्ष पुलिस अधिकारियों के साथ गुरुवार रात हुई बैठक में कैदियों की रिहाई से जुड़ी औपचारिकताओं को एक सप्ताह के भीतर पूरा करने का आदेश दिया है।

चीन ने स्पेन को भेजी जाली टेस्ट किट

बीजिंग। चीनी कंपनी ‘शेनझेन बायोईजी बायोटेक्नोलॉजी’ ने सरकार की इजाजत से स्पेन को नौ हजार टेस्ट किट बेचीं। इनकी क्वॅलिटी और रिजल्ट्स से स्पेनिश हेल्थ डिपार्टमेंट बिल्कुल संतुष्ट नहीं है। उसने कंपनी की शिकायत चीन सरकार से की। अब शी जिनपिंग सरकार ने टेस्ट किट वापस लेने और कंपनी के खिलाफ  जांच के आदेश दिए हैं। दूसरी तरफ कंपनी ने सफाई में कहा कि रिजल्ट्स पर असर इसलिए पड़ा होगा, क्योंकि स्पेन के मेडिकल स्टाफ  ने सैंपल कलेक्शन सही तरीके से नहीं किया होगा।

बंगलूर के डाक्टर का कोरोना की दवाई बनाने का दावा

नई दिल्ली।  देश में कोरोना वायरस के केस बढ़ते जा रहे हैं। हर रोज मामलों में इजाफे को देखते हुए कोरोना वायरस की दवा पर भी रिसर्च जारी है। इस बीच, बंगलूर के एक डाक्टर ने कोरोना वायरस की दवा बनाने का दावा किया है। उन्होंने सरकार से इजाजत भी मांगी है। बंगलूर के ऑन्कोलॉजिस्ट डा. विशाल राव के मुताबिक, कुछ दवाओं को मिलाकर नई दवा तैयार हुई है। उन्होंने कहा कि साइटोकाइनिज की मदद से एक मिश्रण बनाया जा सकता है जिसे मरीजों में इंजेक्ट किया जा सकता है, जिससे उनका इम्यून सिस्टम फिर से जिंदा हो जाएगा। अभी ये शुरुआती स्थिति में है। हमने सरकार से इजाजत मांगी है। डा. विशाल राव ने बताया कि रिव्यू के लिए हमने सरकार के पास भी आवेदन किया है। इनसानी शरीर की कोशिकाओं में वायरस से लड़ने की क्षमता होती है। कोशिकाओं में इंटरफेरॉन होते हैं जो वायरस से लड़ने में सहायक होते हैं। हालांकि, जब मरीज कोविड-19 से संक्रमित होता है, तो उसकी कोशिकाओं से ये इंटरफेरॉन नहीं निकल पातेए जिससे उसका इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है और वायरस का असर बढ़ता चला जाता है।डा. राव ने आगे बताया कि हमारे शोध में हमने पाया है कि ये इंटरफेरॉन कोरोना वायरस से लड़ने में भी मददगार हैं। इसके लिए हमने साइटोकाइन्स का एक मिश्रण तैयार किया है, जिसे कोरोना के मरीज के इलाज के लिए उसके शरीर में इंजेक्ट किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि यह कोई वैक्सीन नहीं है और इससे कोरोना से संक्रमित होने से बचा नहीं जा सकता।