कोरोना का तीसरा चरण अभी नहीं

सरकार का दावा, वायरस के कम्युनिटी ट्रांसमिशन का अब तक कोई ठोस सबूत नहीं

नई दिल्ली-कोरोना वायरस के कहर के बीच सरकार ने शनिवार को इस बात के किसी तरह के साक्ष्य को सिरे से खारिज कर दिया, जिसमें यह कहा जा रहा है कि देश कोरोना वायरस ट्रांसमिशन के तीसरे फेज की ओर बढ़ रहा है, यानी देश में कम्युनिटी ट्रांसमिशन शुरू हो गया है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को प्रेस कान्फ्रेंस में बताया कि देशभर में जिन लोगों की मौतें हुई हैं और इनमें से अधिकतर बुजुर्ग ही हैं। सरकार ने कहा कि कोरोना वायरस के कम्युनिटी ट्रांसमिशन का अब तक कोई ठोस सबूत नहीं मिला है। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि कोरोना वायरस से अब तक जिन की मौत हुई है,  शुगर, हाईपरटेंशन, किडनी और रक्तचाप की जैसी बीमारियां थीं। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने आगे कहा कि हमारी और दुनिया भर की  रिपोर्ट के मुताबिक उम्रदराज लोगों को ज्यादा ख़तरा है। अब तक कोरोना वायरस के कुल 873 मामले सामने आए हैं और 19 मौतें हुई। उन्होंने आगे कहा कि हम राज्य सरकारों के साथ मिलकर समुदाय पर निगरानी, नियमित रूप से कांटेक्ट ट्रेसिंग और रोकथाम स्ट्रेटजी को लागू करने में लगे हुए हैं।

ट्रेन को आइसोलेशन कोच बनाने की तैयारी

नई दिल्ली। कोरोना वायरस संक्रमण से मुकाबले के लिए सरकार हरसंभव कोशिश कर रही है। रेलवे ट्रेन के डिब्बे को ही आइसोलेशन कोच के रूप में बदलने की तैयारी में है। दिल्ली डिपो में एक डिब्बे को प्रोटोटाइप के तौर पर तैयार किया गया है। इसमें छह बर्थ वाले हिस्से में से एक तरफ की मिडिल बर्थ और सामने वाली तीनों बर्थ निकाल दी गई हैं। इस हिस्से में एक मरीज को रखा जाएगा। इससे हर मरीज के बीच पर्याप्त दूरी रहेगी। सीढि़यां भी हटा दी गई हैं और बाथरूम वाले हिस्से में भी बदलाव किया गया है। विभाग का कहना है कि मंजूरी मिलते ही रेलवे के हर जोन में हर हफ्ते 10 डिब्बों को आइसोलेशन कोच में बदला जाएगा।