कोरोना रहा दूर, तो फसल भरपूर

प्रदेश में अच्छी बारिश के चलते गेहूं की बंपर पैदावार की उम्मीद

पालमपुर – प्रदेश भर में इस समय गेहूं की फसल पूरे यौवन की ओर अग्रसर है। अभी तक अच्छी बारिश व धूप के चलते गेहूं की फसल बढि़या दिख रही है। सिंचाई वाले क्षेत्रों के साथ वर्षा आधारित क्षेत्रों में भी अच्छे परिणाम आते दिख रहे हैं। कृषि वैज्ञानिकों के अनुसार कोविड-19 के चलते देश में लॉकडाउन से फिलवक्त गेहूं की पैदावार पर कोई विपरीत असर होने की संभावना नहीं है। यदि किन्हीं कारणों से लॉकडाउन और कर्फ्यू की अवधि बढ़ती है तो गेहूं के कटान पर कितना असर पड़ेगा, यह इस बात पर निर्भर करेगा कि उन परिस्थितियों में सरकार किसानों के खेतों तक पहुंचने के संबंध में क्या निर्णय लेती है। जानकारों के अनुसार साथ लगते पंजाब-हरियाणा आदि प्रदेशों में गेहूं का अच्छा उत्पादन होता है। वहां, गर्मी के चलते फसल बैसाखी के बाद से काटने के लिए तैयार हो जाती है। लॉकडाउन की अवधि 14 अप्रैल तक है और अभी मजदूर भी अपने प्रदेशों को जा रहे हैं। ऐसे हालात में उन प्रदेशों में कुछ दिक्कत आ सकती है, लेकिन जिस तरह अब पंजाब सरकार ने भी किसानों को पूरी सतर्कता के साथ खेतों में काम करने की अनुमति देने की तैयारी की है, ऐसे में वहां भी कोई ज्यादा नुकसान की संभावना नहीं दिख रही है। आंकड़े बताते हैं कि 2016-17 में प्रदेश में 2016-17 में 605.18, 2017-18 में 598.32 और 2018-19 में 682.63 हजार मीट्रिक टन गेहूं का उत्पादन हुआ था। 2019-20 के लिए 670 हजार मीट्रिक टन गेहूं के उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।