कोरोना वायरस: दिल्ली में सिर्फ 1 मरीज, साढ़े 3 लाख मास्क और 25 अस्पताल तैयार

नई दिल्ली – राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस का पहला मामला सामने आ चुका है। कोरोना का मरीज सफदरजंग अस्पताल में भर्ती है। उनके परिवार और करीबी लोगों की जांच की जा रही है और वे कड़ी निगरानी में है। दिल्ली सरकार व केंद्र सरकार दोनों ही कोरोना से निपटने के लिए कड़े कदम उठा रही हैं। लोगों के मन में कोरोना का खौफ है और सरकार लगातार अपील कर रही है कि पैनिक ना हों। मंगलवार शाम को दिल्ली सरकार में स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन और डेप्युटी सीएम मनीष सिसोदिया ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कोरोना के बारे में बात की। स्वास्थ्य मंत्री ने अपील कर कहा कि लोगों को घबराने की बिल्कुल जरूरत नहीं है। यह एक बीमारी है जो इलाज करने पर ठीक हो जाती है।

घबराएं नहीं, बरतें सावधानी
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस से बचने के लिए कुछ सावधानिया हैं जो बरतनी चाहिए। इनमें सबसे जरूरी है कि हाथ धोकर ही अपनी आंखें, मुंह आदि को छुएं। जो व्यक्ति कोरोना वायरस से संक्रमित है उसके बिल्कुल करीब ना जाएं, कम से कम 2 से ढाई फीट के अंतराल पर रहें। सबसे ज्यादा जरूरी है कि घबराएं नहीं। साफ-सफाई का बहुत ज्यादा ध्यान रखें। उन्होंने आगे कहा कि हमने दिल्ली में कोरोना को लेकर काफी तैयारियां की हैं। इस मामले में ऐहतियात बरतने की जरूरत है। सत्येंद्र जैन ने आगे कहा कि 25 अस्पतालों में कोरोना से निपटने की व्यवस्था की गई है। 230 बेड्स तैयार हैं। वहीं 12 जगहों पर मेडिकल टेस्ट का इंतजाम किया गया है। इसके अलावा साढ़े 3 लाख N95 मास्क की व्यवस्था की गई है। दिल्ली में कोरोना के मामलों की संख्या पर उन्होंने बताया कि अभी तक 1 मामले की पुष्टि हो चुकी है जबकि पूरे देश में 3-4 केस मिले हैं।

मरीज और हेल्थ स्टाफ को मास्क लगाने की जरूरत
वहीं डेप्युटी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि अभी दिल्ली में 1 व्यक्ति में कोरोना की पुष्टि हुई है। उनके संपर्क में जो भी 10-12 लोग जो आए हैं, उनको अलग रखा गया है और उनसे बात हो रही है व जांच भी की जा रही है। उन्होंने कहा कि नोएडा और दिल्ली का जो मामला बताया जा रहा है, उसमें पीड़ित शख्स एक ही है। उन्होंने कहा कि पैनिक होने की जरूरत नहीं है। अगर किसी में कोरोना के लक्षण पाए जाते हैं तो उसे घबराने की जरूरत नहीं है। मरीज और हेल्थ स्टाफ को मास्क लगाने की जरूरत है।