लॉकडाउन में कैसे चैक करें पेपर

भोरंज – हिमाचल प्रदेश प्रशिक्षित कला स्नातक संघ ने ई-समाधान पर बच्चों के एसए-टू का परिणाम, बच्चों के अभिभावकों के नाम व उनके मोबाइल फोन को अपलोड करने के आदेशों पर हैरानी जताई है। लॉकडाउन के समय प्रशासन व पुलिस विभाग शिक्षकों को स्कूल तक कैसे जाने देगा। इसके लिए विभाग कोई ऐसे आदेश जारी करे, जिससे शिक्षकों को स्कूलों तक पहुंचने में कोई परेशानी न हो। संघ के प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कौशल ने कहा कि यह बात सत्य है कि बच्चों की वार्षिक परीक्षा के पेपर की चैकिंग करना और रिजल्ट बनाना शिक्षक वर्ग का ही अहम कार्य है। उन्होंने कहा कि राज्य परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा द्वारा जारी आदेशों पर खंड बीआरसी के माध्यम से स्कूलों में आदेश मिले हैं कि स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के अभिभावकों के नाम व उनका मोबाइल फोन तथा बच्चों के एसए-टू का परिणाम ई-समाधान पर डाला जाए। इसके लिए सभी स्कूल मुखियों को 31 मार्च तक का समय दिया गया है। उन्होंने कहा कि अभी तक स्कूलों में बच्चों के पेपर की चैकिंग भी नहीं हो पाई है। ऐसे बच्चों के पांच विषयों के नंबर भी नहीं चढ़ाए जा सकते। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस जैसे संक्रमण बीमारी के भय से चारों ओर लोग डरे हुए हैं और लॉकडाउन की वजह से घरों के बाहर भी नहीं निकल रहे हैं। लॉकडाउन के समय स्कूलों तक पहुंचना बेहद मुश्किल हो रहा है। पुलिस विभाग किसी भी व्यक्ति को जाने नहीं दे रहा है। ऐसे में स्कूलों से पेपर लाना, अभिभावकों का रिकार्ड लाना कठिन हो रहा है। उन्होंने प्रदेश सरकार से मांग की है कि शिक्षकों को स्कूल तक जाने के लिये आदेश जारी करे। उधर, प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कौशल ने बताया कि प्रदेश टीजीटी आर्ट्स संघ कोरोना वायरस की महामारी के समय मुख्यमंत्री राहत कोष में अपना अंशदान देगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के समस्त जिला प्रधानों में इस बावत अपनी सहमति दी है। उन्होंने कहा कि संघ इस राशि को संघ के माध्यम से देगा। श्री कौशल ने कहा कि मुख्यमंत्री राहत कोष में अंशदान देने के संघ जल्द ही अपना खाता नंबर जारी करेगा। इस पर सभी टीजीटी आर्ट्स को कम से कम एक दिन का वेतन देना होगा। इसके लिए किसी शिक्षक को बाध्य नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस संकट की घड़ी में सभी को सहयोग करना चाहिए।