क्या है वजह?
दरअसल, तेजी से फैलते कोरोना वायरस को लेकर अनिश्चितताओं के बीच विदेशी निवेशकों का भरोसा कम हुआ है और ऐसे में पैसे की निकासी के आंकड़े बढ़ गए हैं. इस वजह से 23 मार्च को रुपया 76.15 रुपये प्रति डॉलर के सर्वकालिक निम्न स्तर को छू गया था.हालांकि, कोरोना वायरस के वित्तीय प्रभावों को कम करने के लिए सरकार की ओर से तमाम कदम उठाए गए हैं. ऐसे में शुक्रवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 27 पैसे की मजबूती के साथ 74.89 प्रति डॉलर पर बंद हुआ.