सरकार, हम भी तैयार

शिक्षकों सहित कई कर्मचारी संघ एक दिन की पगार करेंगे दान

शास्त्री-डीपीई भी सरकार के साथ

बिलासपुर – कोरोना संक्त्रमण को हराने की इस जंग में प्रदेश में सेवारत 4988 शास्त्री अध्यापक हिमाचल सरकार के साथ साथ हैं। यह बात हिमाचल राजकीय संस्कृत शिक्षक परिषद के प्रदेशाध्यक्ष डा. मनोज शैल, महासचिव अमित शर्मा, कोषाध्यक्ष सोहन लाल, संरक्षक डा. अरुण शर्मा, डा. दुनी चंद, उपाध्यक्ष अमरसेन, परमदेव, जंगछुब नेगी, तेजस्वी शर्मा, संगठन मंत्री योगेश अत्री, प्रवक्ता शांता कुमार, सचिव जगदीश, ललित, गीता राम, शेर सिंह, सलाहकार संजय झा, अजय शर्मा, सुरेश कौशिक, शिमला के प्रधान दिग्विजयेंद्र कालिया, किन्नौर से वांगछेन नमज्ञल, सिरमौर से रामपाल अत्री ऊना के बलवीर, बिलासपुर से राजेंद्र शर्मा, हमीरपुर से सुनील धीमान, कुल्लू से कुलदीप शर्मा, कांगड़ा से राज कुमार, मंडी से बलवंत शर्मा, चंबा से हेम सिंह, लाहुल स्पीति से केशव शर्मा ने संयुक्त विज्ञप्ति में कही। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकह्यार को यदि सहयोग के लिए स्वयंसेवियों की आवश्यकता है, तो शास्त्री हर प्रकार का सहयोग देने के लिए तत्पर हैं। प्रदेशाध्यक्ष डा. मनोज शैल ने कहा कि इस जंग से लड़ने के लिए परिषद ने मुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री जी को ई-मेल के माध्यम से पत्र भेजा है कि प्रदेश में सेवारत 4988 शास्त्री अध्यापकों के आगामी वेतन से एक दिन का वेतन कोविड-19 सोलिडेरिटी रिस्पांस फंड के लिए काट लें।

आर्थिक मदद देंगे

शिमला – हिमाचल प्रदेश डीपीई संघ ने कोरोना वायरस से निपटने के लिए मदद के लिए हाथ बढ़ाए हैं। संघ के अध्यक्ष मोहन नागटा व सचिव बलविंद्र राणा ने इस आपदा से निपटने के लिए सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदम का स्वागत किया है। उन्होंने बताया कि संघ ने निर्णय लिया है कि उसके सदस्य अपने एक दिन का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में देंगे। उन्होंने लोगों से भी अपील की है कि वे सरकार एवं प्रशासन के निर्देशों का पालन करें और अफवाहों से बचे।

पदोन्नत स्कूल प्रवक्ता संघ ने भी बढ़ाया मदद को हाथ

हमीरपुर – प्रदेश पदोन्नत स्कूल प्रवक्ता संघ ने कोरोना वायरस से प्रभावितों की सहायता हेतु मुख्यमंत्री राहत कोष में अपना एक दिन का वेतन देने की घोषणा की है। इस संदर्भ में संघ के प्रदेश अध्यक्ष यशवीर जम्वाल ने कहा कि वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए संघ की प्रदेश कार्यकारिणी एवं सभी जिला प्रधानों की सहमति से यह निर्णय लिया गया कि उनके सभी सदस्य अपनी मार्च माह के वेतन से एक दिन का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में दान करेंगे, ताकि आपदा की स्थिति में  सरकार को किसी भी प्रकार की वित्तीय कठिनाई का सामना न करना पड़े। इस मौके पर संघ के प्रदेशाध्यक्ष यशवीर जमवाल, प्रदेश महामंत्री कमल किशोर शर्मा, वित्त सचिव मदन लाल शर्मा ने संघ की नई प्रदेश कार्यकारिणी को भी बधाई दी।

हम भी देंगे एक दिन का वेतन

शिमला– हिमाचल राजकीय अध्यापक संघ ने मुख्यमंत्री, शिक्षा मंत्री एवं मुख्य सचिव को ईमेल के माध्यम से कोरोना वाइरस कोविड-19 की जंग लड़ने में शिक्षकों की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित किया। संघ ने सरकार के प्रयासों की सराहना करते हुए अपनी सेवा स्वेच्छा से प्रदान करने की बात कही। वहीं, इस महामारी से लड़ने में धन की कमी के लिए एक दिन का वेतन स्वयं ही विभाग द्वारा काट कर मुख्यमंत्री राहत कोष में देने की बात कही है। संघ के प्रदेशाध्यक्ष वीरेंद्र चौहान ने कहा कि एचजीटीयू फेसबुक से जुड़े 78 हजार लोगों की राय पर संघ ने यह पहल की है। ग्रुप के सभी साथी इस प्रस्ताव से सहमत है। फिर भी यदि किसी को आपत्ति है तो वो लिखित में डीडीओ को अपनी आपत्ति दे सकता है।

वित्त एवं लेखा सेवा संघ भी आया आगे

शिमला – हिमाचल प्रदेश वित्त एवं लेखा सेवा अधिकारी संघ के सदस्य मुख्यमंत्री राहत कोष में अपना एक दिन का वेतन देंगे। संघ के प्रधान राजेश शर्मा ने बताया कि कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी से निपटने और बचाव उपायों के लिए संघ ने मुख्यमंत्री राहत कोष में एक दिन का वेतन देने का निर्णय लिया है। उन्होंने सभी से इस बीमारी से बचाव के लिए समय समय पर जारी दिशा निर्देशों का सख्ती से पालन करने का आग्रह करते हुए कहा कि संकट की इस घड़ी में सरकार लोगों की सहायता के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है । हम सभी का भी दायित्व है कि कोरोना ने निपटने और बचाव के लिए अपना पूर्ण सहयोग दें।