कंजक पूजन पर कोरोना का साया, अंतिम नवरात्र पर सूने रहे मंदिर।

कोरोना के चलते अंतिम नवरात्र पर जाह जहां मंदिर सूने रहे, वहीं कंजक पूजन भी नहीं हो पाया। लोगों ने अपने घरों में ही पूजा अर्चना कर व्रत का उद्यापन किया। नवरात्र में जहां मंदिरों में दिन के समय भेंटों से मां का गुणगान करते थे, वही रात को कोई भी गांव ऐसा नहीं होता था, जहां महामाई का जागरण न हो, लेकिन इस बार कोरोना ने आस्था पर करारी चोट की है। शिव शक्ति मंदिर झुल्लाड़ के पंडित विजय मोहन तथा मुरली शर्मा ने बताया कि सरकारी आदेशों की पालना करते हुए मंदिर में उन्होंने मां भगवती की पूजा अर्चना की व विश्व शांति के लिए ही शांति हवन किया।