कोरोना काल में ऐप डाउनलोड करने से बचें

पुलिस की लोगों को नसीहत, जूम सहित कई ऐप से हो सकती हैं मोबाइल हैकिंग

शिमला – एक तरफ जूम ऐप पर ऑनलाइन पढ़ाई हो रही है वहीं भारतीय जनता पार्टी अपने कार्यकर्ताओं से वीडियो कान्फ्रेंसिंग इसके माध्यम से कर रही है। दूसरी ओर, हिमाचल पुलिस ने लोगों को इससे सतर्क रहने को कहा है। पुलिस का कहना है कि जूम ऐप का इस्तेमाल वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के लिए पूरी सतर्कता बरतते हुए करें। साथ ही कोविड-19 को लेकर जानकारियां लेने आदि के लिए दूसरे गैर मान्यता प्राप्त ऐप को अपने फोन में डाउनलोड न करें। इन ऐप के माध्यम से हैकर न केवल आपके डाटा की हैकिंग कर सकते हैं, बल्कि आपकी पर्सनल जानकारी भी ले सकते हैं। बताया जा रहा है कि जूम ऐप पर शिक्षा विभाग बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा दे रहा है, वहीं भारतीय जनता पार्टी भी अपने कार्यकर्ताओं को इसे डाउनलोड करवाकर उनसे बात कर रही है। अब राज्य के डीजीपी द्वारा यह कहना कि इसमें सतर्कता बरतें, तो इस पर कई सवाल खड़े हो गए हैं। पुलिस महानिदेशक सीता राम मरड़ी का कहना है कि यदि इसमें सतर्कता नहीं बरती जाएगी, तो हैकिंग का अंदेशा है। केंद्र सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त ऐप को ही डाउनलोड किया जाना चाहिए, क्योंकि कोविड को लेकर कई तरह के ऐप बन चुके हैं और इनके जरिए लोगों  के साथ उनका डाटा या उनकी पर्सनल जानकारी चोरी होने का पूरा अंदेशा है। ऐसे में लोगों को सतर्क रहना जरूरी है। बहरहाल मुद्दा यह है कि बच्चों की पढ़ाई के लिए लोग इस तरह के ऐप को डाउनलोड कर रहे हैं और अब जूम ऐप पर भी पुलिस ने खुद सवाल उठाए हैं तो आखिर लोग किस तरह से बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई करवाएंगे। इस समय  जानकारी लेने के लिए मोबाइल का सबसे अधिक इस्तेमाल किया जा रहा है। लाखों लोग इस तरह के ऐप डाउनलोड करके जानकारी जुटा रहे हैं।