प्रदेश ने कम कर दिया था उत्पादन

शिमला – देश की एकता को दर्शाने और कोरोना को हराने के लिए हिमाचल प्रदेश के लोगों ने भी अपना पूरा साथ दिया। हिमाचल प्रदेश ने इसमें देश की बड़ी मदद की और ग्रिड न गड़बड़ा जाए, इसमें बड़ा योगदान रहा। हिमाचल प्रदेश के लोड डिस्पैच सेंटर ने रविवार को आठ बजकर 57 मिनट पर यहां करीब पांच बिजली परियोजनाओं में बिजली का उत्पादन कम कर दिया था। हिमाचल नेशनल ग्रिड को नॉर्थ ग्रिड के माध्यम से रोजाना 11 हजार मेगावाट के करीब बिजली उपलब्ध करवा रहा है। हिमाचल प्रदेश ने उस दौरान 140 मेगावाट से 180 मेगावाट तक बिजली का उत्पादन कम किया। हिमाचल में कुल 20 लाख उपभोक्ताओं ने स्वेच्छा से अपने घरों की बिजली बंद की थी। हिमाचल में सभी बड़ी बिजली परियेजनाओं जिनमें बैरासूल, चमेरा-दो, चमेरा-एक, धौलीगंगा, चमेरा-तीन, पार्वती-तीन, नाथपा झाकड़ी, रामपुर, कोलडैम, पौंग, डैहर, भावा, बसपा, गिरि, बस्सी व लारजी परियोजनाओं ने प्रधानमंत्री के इस आह्वान को सफल बनाने में अपनी अहम भूमिका निभाई है। स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर के प्रबंध निदेशक सुनील ग्रोवर ने बताया कि देश भर में इस अवधि के दौरान 31089 मेगावाट बिजली का उत्पादन कम किया गया। रात्रि आठ बजकर 45 मिनट से बिजली की डिमांड कम होती रही। उन्होंने कहा कि ग्रिड को सुचारू बनाए रखने के लिए हिमाचल ने अहम योगदान दिया। बता दें कि स्टेट लोड डिस्पैच सेंटर में इंजीनियर देर रात तक ग्रिड को सुचारू बनाए रखने के लिए काम करते रहे।