प्रदेश में 75 फीसदी कोरोना संक्रमित तबलीगी जमात से

 27 पॉजीटिव में से 20 मामले विशेष समुदाय से, 333 तबलीगियों के संपर्क में आए 268 लोग

 डीजीपी बोले, खुद भी जिएं और दूसरों को भी जीने दें

 सेनेटाइजर, कोविड की दवा वाली फार्मा कंपनी कर रही काम

शिमला-प्रदेश में अब तक कोरोना से जुड़े पॉजीटिव जो मामले सामने आए हैं, उसमें 75 फीसदी का योगदान तबलीगी जमात से जुड़े लोगों का है। बताया जाता है कि 27 पॉजिटिव मामलों में से 20 तबलीगी जमात से जुड़े लोगों के हैं, जिनकी वजह से आज हिमाचल में भी संकट खड़ा हो गया है। इनके संपर्क में आए लोगों के मामले भी लगातार बढ़ रहे हैं, जिसके चलते प्रदेश में दहशत का माहौल है। पुलिस द्वारा तबलीगी जमात के लोगों, जिन्होंने पिछले दिनों में दिल्ली तथा प्रदेश से बाहर अन्य प्रदेशों में यात्रा की थी एवं उनके प्राथमिक संपर्क में आने वाले लोगों की पहचान का अभियान तेज कर रखा है। अभी तक तबलीगी जमात के 333 एवं उनके प्राथमिक संपर्क में आए 268 लोगों की पहचान की गई है, जिसमें इनके परिवार के सदस्य भी शामिल हैं। इन सभी को क्वारंटाइन किया गया है। हिमाचल प्रदेश के पुलिस महानिदेशक सीता राम मरड़ी ने तबलीगी जमात के लेगों से आग्रह किया है कि वे खुद भी जिएं और दूसरों को भी जीनें दें। उन्होंने कहा कि 75 फीसदी मामले तबलीगी जमात की वजह से ही आए हैं। इनकी चेन को तोड़ना जरूरी है। डीजीपी ने कहा कि आईजीएमसी में तीन पॉजीटिव तबलीगी दाखिल हैं, जिनके संपर्क में ऊना के नौ लोग भी आए थे और यह भी पॉजीटिव पाए गए हैं।  यह लोग साथ रहे हैं और संपर्क में आने इनको भी कोरोना हुआ। उन्होंने कहा है कि अब तक यहां पर कोरोना एक तबलीग से दूसरे तबलीगी तक गया है, जो कि समाज में नहीं फैला। इसका सामना करना जरूरी है और इस चेन को तोड़ना बेहद जरूरी है, तभी समाज को इससे बचाया जा सकेगा। राज्य में इसेंशियल सर्विसेज को लेकर उन्होंने कहा कि रोजमर्रा की वस्तुएं रोजाना आ रही हैं, इसलिए उनका भंडारण करने की जरूरत नहीं है। इसी तरह से प्रदेश में कोरोना को लेकर दवा बनाने वाली फार्मा कंपनियां व सेनेटाइजर बनाने वाली कंपनियों में काम चल रहा है, जिनको सुचारू रखा गया है ताकि देश में इनकी सप्लाई जारी रहे।

अंगूठी न डालें

डीजीपी ने उन लोगों हिदायत दी है, जो हाथ में अंगूठी पहनते हैं। उनका कहना है कि डाक्टर इससे मना कर रहे हैं, क्योंकि इसमें भी संक्रमण हो सकता है।  इसलिए लोग अंगूठी न पहनें तो ठीक रहेगा।

खुले मन से दान दें

डीजीपी ने प्रदेश के लोगों से कोविड में मदद के लिए सरकार को राहत कोष में सहायता करने को कहा है। उन्होंने कहा कि जो यह दान नहीं दे सकते वह दुआ करें और जो दान दे सकते हैं, उनको खुले मन से आगे आना चाहिए।