यहां बेजुबानों की भी ऐसे हो रही सेवा, शिफ्ट्स में गउओं के लिए चारा लेने जाती हैं महिलाएं।

कफ्र्यू व लॉकडाउन के कारण पूरे देश में संकट छाया हुआ है। तमाम औद्योगिक इकाइयां, व्यापारिक प्रतिष्ठान, मॉल, रेल, बस, एयरलाइंस सब बंद हैं, लेकिन वहीं कुछ धार्मिक स्थान ऐसे भी हैं, जहां इस भीषण संकट के समय इन्सान ही नहीं, बल्कि बेजुबानों की भी भरपूर सेवा की जा रही है। बड़सर के सलोनी कस्बे से दो किलोमीटर दूर एकांत में स्थित बाबा मस्तपुरी गोशाला बुंबलू हार में गउओं की पूरी सेवा की जा रही है। कफ्र्यू के दौर में भी हरे चारे व फीड की यहां कोई कमी नहीं है। नजदीकी गांव की महिलाएं शिफ्टों में गोशाला के लिए चारे का प्रबंध करती हैं। यहां गउओं को बहुत ही बेहतर वातावरण में सरकारी निर्देशों के अनुसार टैग लगाकर रखा गया है। खास बात यह है कि यहां दूध देने वाली गउओं के साथ ही बिना दूध देने वाली गउओं की भी भरपूर सेवा की जा रही है। ..