राशन से भरी पड़ी थी रसोई और मदद को गुहार

बीबीएन-कोरोना से उपजे संकट के इस दौर में कोई भी इन्सान भूखा न रहे, इसके लिए सरकार, प्रशासन व सामाजिक संस्थाएं दिन-रात प्रयास कर रही हैं। दो वक्त के भोजन के अलावा जरूरतमंदों को घर-द्वार राशन भी मुहैया करवाया जा रहा है, लेकिन इस दौर में कुछ लोग सरकार व प्रशासन की इस मुहिम का नाजायज लाभ लेने की ताक में भी जुटे हैं। कई इलाकों से ऐसे कई मामले सामने आ रहे हैं। एक मामला सोमवार को नालागढ़ के दत्तोवाल में उस वक्त सामने आया, जब प्रशासन की टीम एक परिवार को भोजन व राशन मुहैया करवाने पहुंची थी, इस परिवार ने एसडीएम नालागढ़, तहसीलदार व फूड हेल्पलाइन को कई कॉल किए थे कि उसके पास खाने को कुछ नहीं है, लेकिन जब प्रशासन की टीम उसके किचन में राशन रखने गई, तो वहां पहले से ही पर्याप्त राशन पड़ा था। यह नजारा देख फूड हेल्पलाइन से जुडे़ सदस्यों ने उसे जमाखोरी पर खूब खरी-खोटी सुनाई और प्रशासन अधिकारियों को अवगत करवाया। एडीएम सोलन विवेक चंदेल व एसडीएम नालागढ़ प्रशांत देष्टा ने बताया कियह सूचना पर्याप्त हुई कि एक व्यक्ति को राशन की सख्त जरूरत है और तुरंत हमारी टीम उस व्यक्ति को राशन देने उसके घर पहुंच गई, लेकिन जब उसके घर में देखा, तो पाया गया कि व्यक्ति के घर में 30 किलो राशन पहले से ही पड़ा था। आपदा की इस घड़ी में व्यक्ति के खिलाफ धारा 177 तथा 188 के तहत झूठी सूचना देने पर नालागढ़ थाने में केस दर्ज किया गया है। एसपी रोहित मालपानी ने बताया कि पुलिस थाना नालागढ़ में केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी गई है।