48 विदेशी वापस दिल्ली भेजे

मकलोडगंज में फंसे थे पर्यटक, अकेले फ्रांस के ही थे 29 लोग

धर्मशाला-कोरोना वायरस के चलते पयर्टन नगरी मकलोडगंज में फंसे 48 विदेशी पयर्टकों को मंगलवार को दिल्ली भेज दिया गया है। यूरोप के विभिन्न देशों के ये सभी पयर्टक मकलोडगंज के विभिन्न होटलों व गेस्ट हाउस में ठहरे हुए थे। इन पयर्टकों को उनके संबंधित देशों को भेजने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पहल करते हुए यह कदम उठाया है। मकलोडगंज में फंसे इन पयर्टकों में सबसे अधिक फ्रांस के 29, जर्मनी के नौ, इंग्लैंड, अमरीका और कनाडा के दो-दो तथा स्विट्जरलैंड के तीन पयर्टक शामिल थे। गौर हो कि भारत में लॉकडाउन होने के कारण यूरोपीय देशों के करीब सौ पयर्टक कांगड़ा के विभिन्न होटलों और गेस्ट हाउस में रुके पड़े थे। उन्हें वापस दिल्ली ले जाने के लिए दिल्ली स्थित जर्मन व फ्रांस दूतावास के अधिकारी सोमवार देर शाम तीन वॉल्वो बसें लेकर धर्मशाला पहुंचे थे। दिल्ली स्थित जर्मनी व फ्रांस के दूतावास के अधिकारियों ने जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ बैठक कर उन विदेशी पर्यटकों की एक सूची सौंपी थी, जिसे विदेश मंत्रालय ने स्वीकृत किया था।

हिमाचल में फंसे हैं 240

हिमाचल में कोरोना वायरस के कारण लगे कर्फ्यू और लॉकडाउन में करीब 240 पर्यटक फंसे हैं। इनमें से सौ भारतीय और 140 विदेशी पर्यटक हैं। सबसे अधिक 69 भारतीय पर्यटक कुल्लू में, जबकि 29 विदेशी पर्यटक फंसे हैं। सिरमौर में नौ विदेशी पर्यटक फंसे हैं। इनमें से दो रूस के, दो अमरीका के हैं, जबकि फिनलैंड, नीदरलैंड, फ्रांस और दुबई से एक-एक पर्यटक है। इसके अलावा पर्यटन विभाग विदेशी पर्यटकों को तलाशने और उनके बारे में पूरी जानकारी एकत्र करने की कवायद में भी जुटा हुआ है। जिला पयर्टन अधिकारी कांगड़ा सुनयना शर्मा ने बताया कि जिला कांगड़ा में 100 के लगभग विदेशी पर्यटक विभिन्न होटल व गेस्ट हाउस में रुके थे, जिनकी जानकारी एकत्रित कर विदेश मंत्रालय को सौंपी गई थी।