अब क्रिकेट में कोरोना सब्स्टीच्यूट की मांगए  इंग्लैंड की आईसीसी से टेस्ट मैच में मांग

 जुलाई में विंडीज के खिलाफ सीरीज से लागू हो सकता है नया नियम

लंदन-वैश्विक महामारी बन चुके कोरोना वायरस के समय क्रिकेट शुरू करना अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) के लिए बड़ी चुनौती बना हुआ है। पर विश्व संस्था के सामने अब एक नई मांग आ रही है कि टेस्ट मैच के दौरान किसी खिलाड़ी के कोरोना से संक्रमित होने से उसकी जगह सब्स्टीच्यूट दिया जाए। आईसीसी के मौजूदा नियमों के अनुसार मैच में सब्स्टीच्यूट खिलाड़ी की तभी अनुमति होती है, जब किसी खिलाड़ी के सिर में चोट लग जाए और वह खेलने की स्थिति में न रहे। इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने आईसीसी के समक्ष यह मांग उठाई है कि वेस्टइंडीज और पाकिस्तान के खिलाफ आगामी टेस्ट सीरीज में कोरोना वायरस प्लेयर सब्स्टिच्यूशन की अनुमति दी जाए। ईसीबी को उम्मीद है कि इन सीरीज के लिए उनकी इस मांग पर समझौता हो जाएगा। इंग्लैंड को जुलाई और अगस्त में वेस्टइंडीज और पाकिस्तान की मेजबानी करनी है। वेस्टइंडीज बोर्ड ने इंग्लैंड दौरे के लिए सैद्धांतिक तौर पर अपनी मंजूरी दे दी है, जबकि पाकिस्तान बोर्ड की भी ईसीबी के साथ सकारात्मक बातचीत हो चुकी है। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि यह प्रक्रिया किस तरह काम करेगी और क्या इसमें खिलाडि़यों की टेस्टिंग भी शामिल होगी। ईसीबी का कहना है कि यह मांग सिर्फ टेस्ट क्रिकेट के लिए है। कोरोना के समय में खिलाडि़यों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुआ आईसीसी पहले गेंदबाज के मुंह की लार गेंद पर न लगाने की सिफारिश कर चुकी है।