आखिरकार बिक गए शराब के ठेके

1180 करोड़ कमाएगी सरकार, दस करोड़ का होगा नुकसान

शिमला – हिमाचल सरकार के सभी शराब ठेकों की बिक्री आखिरकार हो गई है। कोविड के कारण सरकार शराब यूनिट्स को नहीं बेच पा रही थी। यही वजह थी कि इस बार नई आबकारी पॉलिसी भी प्रदेश में लागू नहीं हो सकी। अभी तक पुराने शराब यूनिट ही काम कर रहे हैं, क्योंकि नए यूनिट्स की बिक्री नहीं हो सकी थी। सरकार ने फैसला लिया था कि पुराने शराब ठेकेदारों के लाइसेंस ही आगे रिन्यू किए जाएंगे, जिस पर यहां कई ठेकेदारों ने लाइसेंस रिन्यू भी करवा लिए, मगर काफी ज्यादा संख्या में शराब यूनिट बिक नहीं पाए थे। मंगलवार को यह काम सिरे चढ़ गया है। इस पर विभाग  के प्रधान सचिव ने सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को मैसेज भेजकर बधाई भी दी है। बता दें कि सरकार अगले वित्त वर्ष में नई आबकारी पॉलिसी के तहत 1180 करोड़ रुपए की कमाई करेगी। यह कमाई 1190 करोड़ रुपए की होनी थी, मगर इसमें 10 करोड़ रुपए का नुकसान हो सकता है। वैसे इसकी भरपाई हो जाएगी। जानकारी के अनुसार मंगलवार को शिमला जिला में 2.30 करोड़ रुपए के शराब यूनिट बेचे गए, जो कि 2.51 करोड़ रुपए के आंके गए थे। उधर, नूरपुर में 6.03 करोड़ रुपए की शराब यूनिट्स बिकी हैं, जो कि 7.72 करोड़ के आंके गए थे। कांगड़ा में 4.80 करोड़ के यूनिट्स बिके हैं जो कि 6.29 करोड़ रुपए के थे, वहीं सिरमौर में 22.39 करोड़ की शराब यूनिट्स बिकी हैं, जो कि कुल 29 करोड़ रुपए के आंके गए थे। कुल 35.52 करोड़ के शराब ठेके मंगलवार को बिके हैं। इसके साथ सरकार का टारगेट पूरा हो गया है। कुल मिलाकर सरकार को 1180 करोड़ रुपए की कमाई वर्तमान साल में शराब से होनी है। दूसरे करों को जोड़कर सरकार ने साल का टारगेट 1625 करोड़ रुपए का रखा है।