कोरोना का खौफ… कारोबार पर मंडराया खतरा

 वैश्विक महामारी कोरोना वायरस कोविड-19 के कारण लगे लॉकडाउन से बाजारों में दुकानदारों का धंधा मंदा पड़ गया है। दुकानों को खोलने की इजाजत मिलने के बाद भी बाजार सूना पड़ा है। बसें न चलने के कारण बाजारों में खरीददार कम ही पहुंच रहे हैं। लिहाजा दुकानदारों का काम 20 प्रतिशत ही सिमट कर रह गया है। दुकानदार हालात सामान्य होने तथा उनका कामकाज दोबारा पहले की तरह चलने की उम्मीद से आस लगाए बैठे हैं। ग्राहक जरूरी वस्तुओं के अलावा अन्य कोई भी सामान नहीं खरीद रहे हैं। वहीं, जब ‘दिव्य हिमाचल’ ने लोगों से उनकी राय पूछी तो बेवाक होकर यूं रखी अपनी राय ..                                                                   

 दिव्य हिमाचल ब्यूरो-नाहन

बाजार में नहीं पहुंच रहे लोग

नाहन शहर के नया बाजार स्थित चौहान डेयरी के संचालक कपिल चौहान का कहना है कि जब से लॉकडाउन है तब से बाजार में ग्राहक बाहर नहीं निकल रहा है परंतु व्यापारियों को उम्मीद है कि लॉकडाउन के बाद फिर से वही स्थिति कायम हो जाएगी, उन्हें उम्मीद है कि शीघ्र व्यापार में आई गिरावट में उछाल आएगा

50 फीसदी रह गया दवाइयों का कारोबार

नाहन शहर के दवा विक्रेता भीम सिंह चौहान का कहना है कि कर्फ्यू व लॉकडाउन का असर सभी सेक्टर के व्यापार पर पड़ा है तथा दवाइयों का व्यापार भी इससे अछूता नहीं है। भीम सिंह चौहान का कहना है कि दवाइयों की खरीददारी के लिए  भी लोग घरों से कम ही बाहर निकल रहे हैं । उनका कहना है कि दवाइयों का व्यापार भी घटकर मात्र 50 से कम रह गया है ।

परिवार का गुजारा करना हुआ मुश्किल

नाहन शहर के नया बाजार स्थित फल व सब्जी विक्रेता गगन अरोड़ा का कहना है कि व्यापार को पटरी पर उतारने के लिए सरकार को हर संभव प्रयास करना होगा । छोटे व्यापारी इस वैश्विक महामारी की मार से सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं । उनका कहना है कि फल व सब्जियों की खरीददारी भी सिमट कर एक -तिहाई रह गई है ।

ऐसे में छोटे दुकानदारों को अपने परिवार का गुजर-बसर करना भी मुश्किल हो गया है ।

काम के नहीं मिल रहे आर्डर

नाहन शहर के जीएम टेलर के संचालक शौकत अली का कहना है कि वैश्विक महामारी कोरोना के कारण देश-प्रदेश में लागू लॉकडाउन व कर्फ्यू से  व्यापार पूरी तरह से ठप हो गया है। भले ही कर्फ्यू में आठ घंटे की ढील दी गई है परंतु टेलरिंग जैसे व्यवसाय में कोई भी आर्डर नहीं मिल रहे हैं । यहां तक कि ईद के त्योहार के दौरान भी किसी प्रकार के आर्डर कपड़ों की सिलाई को लेकर नहीं आए हैं । शौकत अली का कहना है कि उन्हें उम्मीद है कि चंद दिनों में व्यापार सामान्य स्थिति में आ जाएगा।

 छोटे व मध्यम दर्जे के व्यापारियों को राहत दे सरकार

नाहन शहर के किराना स्टोर के संचालक देवेंद्र अग्रवाल का कहना है कि इस महामारी के दौरान सबसे अधिक प्रभाव छोटे व मध्यम दर्जे के व्यापारियों पर पड़ा है,ऐसे व्यापारियों के लिए सरकार को किसी न किसी रूप में राहत प्रदान करनी चाहिए । उनका कहना है कि अभी कर्फ्यू में ढील के बावजूद लोग पूरी तरह से घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं । यहां तक कि बाहरी राज्यों से ट्रांसपोर्ट के माध्यम से पूरा सामान नहीं आ पा रहा है जिसके चलते उपभोक्ताओं को पूरा सामान उपलब्ध नहीं हो रहा है । देवेंद्र अग्रवाल का कहना है कि उन्हें उम्मीद है कि शीघ्र व्यापार ढर्रे पर आ जाएगा।