सीमेंट न होने से विकास कार्यों  पर ब्रेक     

बनीखेत –भटियात विकास खंड के अधीन पड़ने वाली विभिन्न पंचायतों में सीमेंट की सप्लाई न होने से ग्रामीण विकास के कार्यों की रफ्तार पर ब्रेक लग गई है। पंचायत प्रतिनिधियों का कहना है कि सीमेंट की डिमांड के लिए सिविल सप्लाई के पास पैसे जमा भी करवाए जा चुके हैं। मगर सीमेंट की अनुपलब्धता के चलते काम शुरू न होने से लोगों के गुस्से का सामना अलग से करना पड़ रहा है। पंचायत प्रतिनिधियों का कहना है कि लॉकडाउन के चलते बेरोजगार हो चुके लोग जाब कार्ड लेकर काम मांगने आते हैं, लेकिन सीमेंट न होने से उन्हें रोजगार नहीं मिल पा रहा है। रूलियाणी पंचायत की प्रधान उर्मिला देवी का कहना है कि उनके पास 436 के करीब जाब कार्ड बने हैं। पंचायत में विकास कार्य आरंभ करने के लिए तीन हजार सीमेंट के बैग की आवश्यकता है। बाथरी पंचायत की प्रधान वंदना देवी का कहना है कि तीन हजार सीमेंट बैग की डिमांड भेजी गई है। इसी तरह पधरोटू पंचायत की प्रधान रेखा देवी का कहना है कि चार माह से सीमेंट की सप्लाई न होने से विकास कार्य पूरी तरह ठप्प होकर रह गए हैं। उन्होंने तर्क दिया है कि एक ओर सरकार लाकडाउन के चलते बेरोजगार हो चुके लोगों को मनरेगा में रोजगार देने की बात कर रही है वहीं सीमेंट न होने से पंचायतों में काम आरंभ नहीं हो पा रहे हैं। उन्होंने खुलासा किया कि सीमेंट की खरीद के लिए सिविल सप्लाई के पास पैसे जमा करवाए जा चुके हैं। उधर, खंड विकास अधिकारी भटियात डा. बशीर खान का कहना है कि इस संदर्भ में सिविल सप्लाई के शिमला कार्यालय बात की जा चुकी है। मगर अभी तक सीमेंट की सप्लाई नहीं हो पाई है। उन्होंने बताया कि इस मामले को लेकर दोबारा सिविल सप्लाई के अधिकारियों से बात करके जल्द सीमेंट की उपलब्धता सुनिश्चित बनाई जाएगी।