पवन राणा के पक्ष में कांगड़ा के पांच विधायक, बिंदल ने भी किया बचाव, लंच टेबल पर महामंत्री के खिलाफ लगाए आरोपों से किया किनारा

बिंदल ने भी किया बचाव, लंच टेबल पर महामंत्री के खिलाफ लगाए आरोपों से किया किनारा

शिमला – अपनी ही पार्टी में घिरे भाजपा संगठन मंत्री पवन राणा के बचाव में नूरपुर के विधायक राकेश पठानिया मैदान में उतरे हैं। शिमला में मीडिया से रू-ब-रू हुए पठानिया का दावा है कि ओकओवर में किसी भी विधायक ने पवन राणा के खिलाफ मोर्चा नहीं खोला था। विधायक रीता धीमान, मूल्खराज प्रेमी, विशाल नेहरिया और अरुण कुमार ने भी पवन राणा की पैरवी के लिए मोर्चा संभाला है। पूर्व भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डा. राजीव बिंदल ने भी पवन राणा के पक्ष में प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए उनका गुणगान किया है। डा. बिंदल ने कहा कि पवन राणा का संगठन के लिए अभूतपूर्व योगदान रहा है। बहरहाल पवन राणा के खिलाफ कांगड़ा के विधायकों की बगावत के 24 घंटे बाद कांगड़ा के पांच एमएलए प्रत्यक्ष रूप से उनके समर्थन में आ गए हैं। राकेश पठानिया सहित इन पांचों विधायकों का कहना है कि पवन राणा संगठन की रीढ़ की हड्डी है और उन्होंने पूरा जीवन संघ के लिए समर्पित कर दिया। विधायकों का कहना था कि मुख्यमंत्री के सरकारी आवास ओकओवर में सभी विधायकों ने अपने विधानसभा क्षेत्रों की समस्याओं का पिटारा खोला था। विधायक राकेश पठानिया व रीता धीमान ने कहा कि गुरुवार को ओकओवर में कांगड़ा जिला की जो बैठक हुई, उसमें संगठन मंत्री पवन राणा का नाम तक नहीं लिया गया। इस बैठक में पवन राणा के बारे में कोई बात नहीं हुई और जो कुछ भी मीडिया में प्रचारित किया गया, वह सरासर गलत व झूठ है। इन नेताओं ने कहा कि मुख्यमंत्री आवास पर बैठक हुई थी, वह बैठक आपसी चर्चा थी और उसमें बजट प्रावधानों को लेकर विस्तृत चर्चा की गई। उन्होंने कहा कि यह बैठक इसलिए हुई क्योंकि विधायक दल की बैठक में कई विधायक अपनी बात नहीं रख पाए थे। इस बैठक मे ंसंगठन मंत्री पवन राणा को लेकर किसी भी विधायक ने नाम नहीं लिया। पवन राणा ने अपना घर त्याग करके अपना सारा समय संगठन को दिया है और वर्तमान में भाजपा संगठन को सींचने का पूरा श्रेय उन्हें जाता है। ज्वालामुखी के विधायक रमेश धवाला द्वारा दिए गए बयान उनकी अपनी निजी राय एवं समस्या हो सकती है, जिससे संगठन या फिर कांगड़ा के नेताओं का कोई सरोकार नहीं है।

रणधीर बोले, धवाला पर कार्रवाई संभव

प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणधीर शर्मा ने कहा कि विधायक रमेश धवाला द्वारा पार्टी के प्रदेश संगठन महामंत्री के खिलाफ मीडिया में की गई बयानबाजी को दुर्भाग्यपूर्ण है। उनका कहना था कि रमेश धवाला को संयम से काम लेना चाहिए था और इस तरह की बयानबाजी से बचना चाहिए था। संगठन महामंत्री एक प्रचारक हैं, जिनका राजनीति में कोई निजी स्वार्थ नहीं है। उन्होंने कहा कि पार्टी निश्चित रूप से इसका कड़ा संज्ञान लेगी। उन्होंने कहा कि किसी के मन में कोई बात है तो पार्टी नेतृत्व के ध्यान में लानी चाहिए।