बढ़ती कीमतें और लोग

-राजेश कुमार चौहान, सुजानपुर टीहरा

पेट्रोल-डीजल के दाम जब बढ़ते हैं तब हम सरकारों को इसके लिए दोष देने लग पड़ते हैं। माना कि इसके लिए सरकारों की कुछ गलत नीतियां जिम्मेदार हैं, लेकिन यह कभी नहीं सोचते कि हम अपने वाहनों का कितना दुरुपयोग कर पेट्रोल और डीजल को बेवजह बर्बाद करते हैं। देश में दिन-प्रतिदिन गाडि़यों की गिनती बढ़ रही है। हमारा देश पेट्रोलियम पदार्थों के लिए दूसरे देशों पर भी निर्भर है। सरकार इनकी कीमतों पर लगाम कसने में क्यों नाकाम है, इसके बारे में तो सरकार ही जाने, हो सकता है कि जिन देशों से यह हमारे देश में आयात होते हैं, उन देशों ने कोरोना महामारी से अपने देश की आर्थिक व्यवस्था को सुधारने के लिए कच्चे तेल की कीमतों को बढ़ा दिया हो।