मदद हो तो सोनू सूद जैसी

-राजेश कुमार चौहान, सुजानपुर टीहरा

अपनी नेक कमाई से जरूरतमंदों की मदद करना सबसे बड़ी इंसानियत है और गरीबों का हक मारना सबसे बड़ा पाप। गरीब और जरूरतमंदों की मदद इस तरीके से की जानी चाहिए कि इस मदद का लाभ जरूरतमंदों को ही मिले। गरीब जरूरतमंदों की मदद का तरीका सोनू सूद से हर किसी को सीखना चाहिए, यहां तक कि सरकारों को भी। सोनू सूद जो कि भारतीय मॉडल और अभिनेता हैं, ने गरीब मजदूरों के बैंक खाते में राशि डालकर या सरकारी खजाने में पैसा दान देकर इनकी मदद करने की नीति अमल में लाई होती तो उनकी मदद कभी भी जरूरतमंद लोगों तक नहीं पहुंचनी थी। इन्होंने अच्छा किया कि खुद आगे आकर इस वर्ग की जरूरत के अनुसार ही मदद की। क्योंकि हमारे देश में मुफ्तखोरी के लालची समृद्ध लोगों ने भी सरकारीतंत्र में फैले भ्रष्टाचार का लाभ उठाकर फर्जी गरीब बन सचमुच के गरीबों की योजनाओं पर कुंडली मारी है और ऐसे लोग दीमक बनकर सरकारी खजाने को खोखला कर रहे हैं।