फर्स्ट और सेकेंड ईयर के एग्जाम अभी नहीं

प्रदेश सरकार का फैसला, कालेजों में 13 जुलाई के बाद पहले फाइनल सेमेस्टर की ही होगी परीक्षा

शिमला – हिमाचल प्रदेश के कालेजों में पढ़ने वाले 60 हजार से ज्यादा फर्स्ट व सेकेंड ईयर के छात्रों की फाइनल परीक्षाएं अभी नहीं होंगी। राज्य सरकार ने फैसला लिया है कि 13 जुलाई के बाद सबसे पहले फाइनल सेमेस्टर की परीक्षाएं आयोजित करवाई जाएंगी, उसके बाद अगर स्थिति सामान्य हुई, तो कालेज में रूसा के तहत पढ़ रहे फर्स्ट व सेकेंड ईयर के छात्रों की परीक्षाएं आयोजित करवाई जाएंगी। जानकारी के अनुसार अगर स्थिति काबू नहीं हो पाती है, तो ऐसे में फर्स्ट व सेकेंड के छात्रों को प्रोमोट कर दूसरी कक्षा में भी बिठाया जा सकता है। इसके अलावा सरकार ने यह भी फैसला लिया है कि लॉकडाउन की वजह से जो छात्र अपने-अपने घर दूसरे जिलो में चले गए हैं, उन छात्रों को परीक्षाओं के लिए एक जिला से दूसरे जिला में आने की भी आवश्यकता नहीं होगी। छात्रों को उन्हीं के जिला में बनाए गए परीक्षा केंद्रो में परीक्षाओं में बैठने की सुविधा दी जाएगी। साथ ही सरकार कालेज फाइनल सेमेस्टर के छात्रों की परीक्षा से पहले एचपीयू को तैयारियां करने के लिए केवल पंद्रह दिन का ही समय देगा। जानकारी के अनुसार  कालेज परीक्षाओं को लेकर सरकार रोज चर्चाएं व प्लानिंग कर  रही है। दरअसल कई छात्र ऐसे भी हैं, जिनका घर कंटेनमेंट जोन में आता है। ऐसे में यह भी प्लान किया जा रहा है कि इन छात्रों को कैसे परीक्षाएं देने के लिए बुलाया जाए। फिलहाल इस पर सरकार प्लानिंग कर रही है। ऐसे में देखना होगा कि कालेज परीक्षाएं सभी छात्रों की सही रूप से हो सकें, इसके लिए सरकार की अगली प्लानिंग क्या होती है। बताया जा रहा है कि  एचपीयू ने प्रश्न पत्र तैयार कर दिए हैं, प्रिटिंग के लिए दिए गए हैं। जब कालेज फाइनल परीक्षा की तारीख फाइनल हो जाएगी, तो एचपीयू प्रश्न पत्र की सप्लाई मंगवा देगा। फिलहाल एचपीयू  ने सरकार को शैक्षणिक गतिविधियों को कैसे सुचारू किया जा सकें, इन सभी संभावनाओं से सरकार को अवगत करवाया है। अहम यह है कि कालेजों में सेमेस्टर प्रणाली के तहत केवल एक  ही बैच बचा है। यही वजह है कि सरकार सबसे पहले सेमेस्टर परीक्षा को निपटाना चाहता है। बताया जा रहा है कि  मॉर्निंग व इंवनिंग दो सेशन में छात्रों की परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी।