भारत के स्टार मुक्केबाज विजेंदर सिंह बोले, निशानेबाज राज्यवर्धन सिंह राठौड़ के ओलंपिक पदक से प्रेरणा मिली

मुंबई – भारत के स्टार मुक्केबाज विजेंदर सिंह ने कहा है कि उन्हें निशानेबाज राज्यवर्धन सिंह राठौड़ के 2004 में एथेंस ओलंपिक में पदक जीतने के लम्हे ने काफी प्रेरित किया था। भारत के उभरते टेबल टेनिस खिलाड़ी मुदित दानी के साथ ऑनलाइन लॉकडाउन कार्यक्रम ‘इन द स्पोर्टलाइट’ में बातचीत के दौरान विजेंदर ने बताया कि राठौड़ को 2004 के ओलंपिक खेलों में मंच पर सम्मानित होते देखना उनके लिये प्रेरणादायी पल था और इस घटना ने उन्हें पदक के लिये काफी प्रेरित किया। राठौड़ ने 2004 के एथेंस ओलंपिक में भारत को निशानेबाजी में पहली बार व्यक्तिगत श्रेणी में पदक दिलाया था। राठौड़ ने रजत पदक हासिल किया था और 18 वर्ष की उम्र में विजेंदर सिंह ने इस ओलंपिक में पहली बार हिस्सा लिया था। विजेंदर ने कहा, “ओलंपिक में अपने देश का प्रतिनिधित्व करना एक अद्भुत एहसास है और मेरे लिए 2004 का ओलंपिक काफी हद तक ऐसा ही था जिसमें मैं काफी खुश था। मैं वहां उद्घाटन समारोह का गवाह बना और ओलंपिक कार्यक्रमों को देखने के अलावा वहां की स्थानीय चीजों का भी आनंद लिया।” उन्होंने कहा, “लेकिन मेरे अंदर पदक जीतने की आस तब जागी जब मैंने पदक समारोह में राज्यवर्धन राठौड़ को रजत पदक जीतते देखा और तब मुझे अहसास हुआ कि भागीदारी से अधिक पदक जीतना मायने रखता है।”