हिमाचल में बसों पर घमासान

मांगें मनवाने पर अड़ी ऑपरेटर यूनियन, लिखित में अधिसूचना जारी न होने तक नहीं चलाएंगे गाडि़यां

शिमला –हिमाचल निजी बस ऑपरेटर यूनियन मागों पर अड़ी  हुई है। यूनियन के पदाधिकारियों ने साफ कर दिया है कि जब तक राज्य सरकार लिखित अधिसूचना जारी नहीं कर देती है, तब तक निजी बसों का संचालन नहीं होगा। यूनियन पूर्व में लिए गए निर्णय पर कायम है, जिसके तहत राज्य में बुधवार को भी निजी बसों का संचालन नहीं हो पाया। हांलाकि यूनियन ने पहली जुलाई से पूर्ण रूप से बसों के संचालन बंद करने का ऐलान किया था, मगर राज्य के कई जिलों में सड़कों पर कुछ निजी बसों को फराटे मारते हुए देखा गया। निजी बस आपरेटर संघ के प्रदेश महासचिव रमेश कमल ने कहा कि प्रदेश के निजी बस ऑपरेटरों को उम्मीद थी कि 25 जून को हुइ कैबिनेट बैठक में उनके हित में सरकार कोई  निर्णय नहीं लिया। हालांकि आपरेटरों को सरकार से कई उम्मीदें थी। उन्होंने कहा कि सरकार ने बिना किसी मापदंड से प्रदेश में बसें चलाने का निर्णय लिया है, जबकि ग्राउंड में वास्तविकता कुछ और ही है। सरकार ने सुबह सात से शाम सात बजे तक बसें चलाने का आदेश दिए हैं, जबकि लंबे रूट की अधिकतर बसों की समयसारिणी सात बजे से पहले भी है। इस कारण निजी बस आपरेटरों को बसें चलाने में दिक्कत आ रही है। उन्होंने हैरानी जताई कि सरकार ने बसों में तो 100 फीसदी क्षमता की घोषणा की है, जबकि शादी विवाह में 50 लोगों से ज्यादा संख्या नहीं जुट सकती। स्कूल-कालेज बंद हैं, ऐेसे में कैसे बसें 100 फीसदी क्षमता में चल सकती हैं।

मंडी वालों ने नहीं की हड़ताल.. सौ रूटों पर चलाई प्राइवेट बसें

मंडी। मंडी जिला के निजी बस आपरेटरों ने प्रदेश में किए गए हड़ताल के आह्वान में हिस्सा न लेकर अपनी बसों को रूटों पर भेजा। जिला अध्यक्ष गुलशन दिवान ने बताया कि जिला के ऑपरेटर प्रशासन व सरकार को पूरा सहयोग देंगे। जनहित के लिए बस चलाते रहेंगे। बुधवार को जिला में 100 निजी बसें रूटों पर चलाई गईं। अध्यक्ष ने बताया कि ज्यादा बसें भी चलाई जा सकती थीं, मगर कई बसों का बीमा आदि खत्म हो चुका है, मगर आपरेटरों के पास इसे रिन्यू करवाने के लिए पैसा नहीं है और सरकार से मदद मांग रहे हैं। जिला में कुल 450 निजी बसें हैं।

फुल कैपेसिटी का फैसला सही बाकी मांगें भी पूरी करे सरकार

कांगड़ा। कांगड़ा जिला निजी बस ऑपरेटर संघ बुधवार को सरकार द्वारा समीक्षा बैठक में लिए गए 100 फीसदी ऑक्यूपेसी के निर्णय का स्वागत करता है और सरकार को आश्वस्त करते हैं कि वे भी सरकार के साथ कोरोना महामारी के मुश्किल समय में कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं। वहीं, कांगड़ा जिला निजी बस आपरेटर संघ के अध्यक्ष हैप्पी अवस्थी ने सरकार से आग्रह किया है कि कुछ अन्य मांगों पर भी सरकार को इस समय विचार करना आवश्यक है, जिसमें साधारण किराए में आंशिक वृद्धि के साथ न्यूनतम किराए में वृद्धि की जानी चाहिए।