बादल फटने से सावधान रहें

-नरेंद्र कुमार, भुजड़ू, मंडी

आने वाले समय में बादल फटने की मार से सावधान रहें। हर साल यह हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में होता है। कई लोग इसमें अपनी जान, मकान, संपत्ति और पशुओं को गंवाते हैं। यह एक प्राकृतिक घटना है, लेकिन इस आपदा के लिए लोग भी जिम्मेदार हैं क्योंकि वे जंगलों को काटते हैं।

यदि वे जंगलों को नहीं काटते हैं, तो नुकसान कम होगा। इसलिए खतरे की जगह पर लोहे की तारों से बुनी पत्थर की दीवारें (क्रेट) और वृक्षारोपण किया जाना चाहिए। हमें इस प्राकृतिक आपदा के होने से पहले ही जागरूक रहना चाहिए और पहले हुई ऐसी आपदाओं से सीख लेनी चाहिए। साथ ही प्रकृति का संरक्षण जरूरी है।