बार-बार इस्तेमाल हो सकेगा एन-95 मास्क, जोगिंद्रनगर की भारती ने साथी के साथ मिलकर इजाद की नई नकनीक

जोगिंद्रनगर – जोगिंद्रनगर की भारती सिंगला ने अपने सहयोगी छात्र कुशाग्र श्रीवास्तक के साथ मिलकर चक्र डिकोव से एन-95 मास्क को दोबारा उपयोग में लाने की तकनीक विकसित की है। जोगिंद्रनगर निवासी भारती सिंगला ने  भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली से वर्ष 2015 में केमिकल इंजीनियरिंग में बीटेक की डिग्री की है। भारती ने बताया कि इस उपकरण के जरिए ओजोन गैस से इस्तेमाल हो चुके एन-95 मास्क को साफ किया जा सकेगा। इस उपकरण से मास्क को डेढ़ घंटे के बाद पुनः उपयोग में लाया जा सकेगा। भारती के अनुसार इस उपकरण की नेशनल इंस्टीच्यूट ऑफ बायरोलाजी (एनआईवी) पुणे में 30 अप्रैल से लेकर 30 जून के दौरान जांच की गई। चक्र डिकोव से एन-95 मास्क को 10 बार पुनः उपयोग में लाया जा सकेगा। भारती ने यह भी बताया कि इससे इसके फिल्टर करने की क्षमता पर भी कोई असर नहीं पडे़गा। उन्होने बताया कि साउथ इंडिया टैक्सटाइल रिसर्च एसोसिएशन ने एन-95 मास्क चांज की है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री एंव परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी चौबे की मौजूदगी में इस उत्पाद को ऑनलाइन पेश किया गया। इस अवसर पर राज्यसभा सदस्य व सर्जन डा. विकास महात्मे, आईआईटी दिल्ली के निदेशक प्रो. वी राम गोपाल राव सहित अन्य विशेषज्ञ उपस्थित रहे। भारती सिंगला  ने अनुसार चक्र डिकोव की कीमत तीन से आठ लाख रुपए तक के बीच होगी। उन्होंने वर्ष 2016 में चक्र इन्नोवेशन स्टार्टअप स्थापित किया था। भारती ने केमिकल तथा कुशाग्र ने 2017 में टैक्सटाइल टेक्नोलॉजी में बीटेक किया है। भारती सिंगला ने पिता डा. नरेश सिंगला एक जाने-माने शल्य चिकित्सक रहे हैं व वर्तमान में जोगिंद्रनगर में ही निजी प्रैक्टिस करते हैं, जबकि उनकी माता अरुणा सिंगला खंड चिकित्सा अधिकारी लडभड़ोल के पद पर कार्यरत हैं।