फिर आई कांगड़ा एयरपोर्ट की याद, प्रोजेक्ट के वर्षों बाद भी सिरे न चढ़ने से लोग नाराज

धर्मशाला – सुरक्षा की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण कांगड़ा एयरपोर्ट का मुद्दा एक बार फिर गर्माने लगा है। भारत और चीन के बीच विवाद के बाद फिर से कांगड़ा एयरपोर्ट के विस्तारीकरण को लेकर चल रही कवायद को लेकर जनता सवाल उठाने लगी है। कोरोना के चलते पिछले कुछ समय से यह मामला ठंडा हो गया है, लेकिन अब बदले हालात के बाद एक बार फिर से लोगों को कांगड़ा एयरपोर्ट के महत्त्व की याद आने लगी है। पठानकोट एयरबेस में आतंकी हमला होने के बाद से सुरक्षा की दृष्टि से महत्त्वपूर्ण माने जाने वाले कांगड़ा हवाई अड्डे के विस्तारीकरण का मामला उठने लगा था। कारोना काल के चलते विकास पर लगी बड़ी ब्रेक के बाद कांगड़ा एयरपोर्ट का मामला एक बार फिर गर्माने लगा है। पूर्व में सेना ने भी कांगड़ा हवाई अड्डे के साथ एयरबेस बनाने और इस एयरपोर्ट के विस्तारीकरण का प्रस्ताव रखा था। पिछले कई वर्षों से भूमि संबंधित कार्य के लिए सारे काम छोड़ कर राजस्व विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी महीनों एयरपोर्ट से जुड़े कार्यों में लगे रहे, लेकिन धरातल पर परिणाम न आने से अब जहां जनता में निराशा है। प्रदेश के सबसे बड़े जिला कांगड़ा के सियासतदानों में भी एकता का आभाव और सार्वजिक मुद्दों पर बात करने से टलने के चलते अब बुद्विजीवी वर्ग सवाल उठाने लगा है। जिला की इस महत्त्वाकांक्षी परियोजना पर बात न करने को लेकर अब जनता विपक्ष पर भी सवाल खड़े कर रही है। उधर, कोरोना के चलते फिलहाल कई योजनाओं का काम लटकने का हवाला देकर सरकार व प्रशासन बचने का काम कर रहे हैं, लेकिन बड़ी परियोजनाओं पर जल्द ही कोई निर्णण नहीं हुआ तो आने वाले दिनों में फिर से माहौल गर्मा सकता है।