ग्रीन स्ट्रक्चर बिल्डिंग ही बनेंगी

भविष्य में सभी निर्माण कार्यों में सोलर सिस्टम का इस्तेमाल

शिमला – प्रदेश का वन विभाग भविष्य में जो भी आधारभूत ढांचा खड़ा करेगा, वे पूरी तरह से ग्रीन स्ट्रक्चर का रहेगा। ग्रीन स्ट्रक्चर से मतलब सोलर एनर्जी व दूसरे  ऐसे उपाय इस आधारभूत ढांचे में होंगे, जिससे कई तरह की बचत होगी। इनका डिजाइन विशेष रूप से तैयार किया जाएगा और ग्रीन स्ट्रक्चर बिल्डिंग पर ही विभाग जोर देगा। वन विभाग के पास आधारभूत ढांचे को खड़ा करने के लिए कई तरह की परियोजनाएं हैं। कई योजनाएं ऐसी हैं, जिनमें भवनों का निर्माण किया जाता है। इसके अलावा खुद भी वन विभाग स्ट्रक्चर खड़ा करता है। यह सभी ग्रीन बिल्डिंग स्ट्रक्चर होगा, जिससे पर्यावरण के संरक्षण को बल मिलेगा। वन विभाग इसकी शुरूआत करने जा रहा है, जिसमें विशेष रूप से डिजाइन तैयार किए जाएंगे। दूसरे विभाग भी इनसे इसे लेकर सीख ले सकते हैं। बताते हैं कि वन मंत्री गोविंद ठाकुर ने हाल ही में एक बैठक में ग्रीन एरिया बिल्डिंग डिवेलपमेंट के लिए काम करने को कहा है, जिसके बाद विभाग के अधिकारियों ने इसका खाका बना दिया है। विभाग के अधीन जितने भी प्रोजेक्ट चल रहे हैं, सभी में ग्रीन स्ट्रक्चर का ध्यान रखा जाएगा। कैंपा अकाउंट से भी आधारभूत ढांचे के निर्माण के लिए जो काम किए जाएंगे, उन सभी में यह फॉलो करेंगे। इसमें वर्षा जल संग्रहण का भी विशेष प्रावधान किया जाएगा।