किसके आगे रोना रोएं, सुनने वाला कोई नहीं, दिक्कत नहीं समझ रही सरकार, रक्कड़ पंचायत में बह रही सड़कें

पंचरुखी — लोग चिल्लाते रहते हैं, सरकार व विभाग प्रक्रिया का रोना रोते रहते हैं और आश्वासन देकर पीछा छुड़ा लेते हैं। पंचरुखी के तहत पंचायत रक्कड़ में ग्रामीण सड़कें बह रही हैं, हजारों हेक्टयर भूमि को सिंचित करने वाली कूहल की पुलिया धंस गई है, पर प्रशासन को कोई चिंता नहीं है। कल्याना स्कूल के पास किसाना पुलिया डालने की मांग लंबे समय से कर रहे हैं। आलम यह है अब सड़क बंद हो गई है व उखड़ गई। सरकार लाखों रुपए के चैक डैम बनवा सकती है, लेकिन एक आम जनमानस की सड़क पर छोटी पुलिया बनाने में आनाकानी कर देती है। लोग कहते हैं कि चुनावों के समय नेताओ के जुड़े हाथ छूटते नहीं, पर सत्ता में आते ही हाथ कान बंद करने के लिए उठ जाते हैं।