पांच दिन में मांगें न मानीं तो कर देंगे काम बंद

भरमौर-भारतीय मजदूर संघ की चंबा जिला इकाई ने कुठेहड जलविद्युत परियोजना प्रबंधक को मजदूर हित की मांगों पर पांच दिनों के भीतर सकारात्मक कार्रवाई न होने पर आंदोलन की राह अपनाने की दो टूक सुना डाली है। संघ का आरोप है कि मजदूर हित की मांगों को लेकर करीब आठ माह पहले प्रबंधक को मांग पत्र सौंपा गया था, लेकिन बड़े खेद का विषय है कि इस पर कोई कार्रवाई नहीं हो पाई है। इसके चलते अब संघ ने मजदूर हित में कड़े कदम उठाने का फैसला लिया है, जिसकी सारी जिम्मेदारी प्रोजेक्ट प्रबंधन की होगी। इसको लेकर भारतीय मजदूर संघ से संबंधित प्रोजेक्ट यूनियन ने विभिन्न एडिट पर बैठकें आयोजित कर भावी रणनीति तय की। भारतीय मजदूर संघ के भरमौर मंडल प्रभारी गगन कुमार, यूनियन प्रधान सुरेंद्र कुमार, सचिव मनोज व सह सचिव राकेश का कहना है कि प्रोजेक्ट प्रबंधन से पानी की समस्या का हल, चिकित्सा सुविधाएं, नियुक्ति पत्र, पे स्लिप, यूएएन नंबर, पानी टेंकर की व्यवस्था, ट्रांसपोटेशन व मजदूरों के लिए रेस्ट रूम की सुविधा सहित अन्य मांगों को लेकर पत्र सौंपा गया था। मगर प्रोजेक्ट प्रबंधन ने संघ की ओर से मांगों को हल्के से लेते कोई भी कार्रवाई अमल में नहीं लाई है। इसके चलते अब संघ ने मजदूर हित के लिए आर-पार की लड़ाई लड़ने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि संघ के आग्रह के बावजूद अगर पांच दिनों के भीतर मांग पत्र में उल्लेखित मजदूर हित की मांगों को नहीं माना जाता है तो उन्हें मजबूरन कड़े कदम उठाते हुए संघर्ष की राह अपनानी पड़ेगी। इसके तहत प्रोजेक्ट का कार्य ठप करने से भी गुरेज नहीं किया जाएगा।