सांसद बनाने के नाम पर ठगे 13.25 लाख, शातिरों ने योगी आदित्य नाथ के नाम पर ठगा धर्मशाला का तांत्रिक

ठगों के झांसे में आकर पीडब्लयूडी से रिटायर हुए पिता के पैसे लुटाए

धर्मशाला- यूपी के सीएम योगी आदित्य नाथ के नाम का सहारा लेकर राज्यसभा सांसद बनाने के नाम पर 13.25 लाख रुपए ठगने का मामला सामने आया है। जानकारी के अनुसार धर्मशाला के नजदीकी क्षेत्र सराह के विकास नाथ नाम के व्यक्ति को ठगी का शिकार बनाया गया है। उसके पिता हाल ही में पीडब्लयूडी से रिटायर हुए थे। विकास नाथ अपने पिता के पैसों को लुटाकर राज्यसभा सांसद बनना चाहता था। वहीं, मामले में एक ओर बात निकलकर सामने आ रही है कि एक ठग ने तांत्रिक विकास नाथ से तंत्र की विद्या प्राप्त करने के बहाने से उसके घर में ही डेरा डाला हुआ था। इसी दौरान ठग ने दीक्षा प्राप्त करते हुए विकास कुमार को अपने झांसे में ले लिया और इसी वारदात को अंजाम दिया। अब पुलिस थाना धर्मशाला में 13.25 लाख रुपए ठगने पर मामला दर्ज कर किया गया है। पुलिस ने छानबीन शुरू की है। बता दें कि धर्मशाला के साथ लगती ग्राम पंचायत सराह में एक नाथ तांत्रिक से लाखों की ठगी का मामला सामने आया है। सराह गांव के तांत्रिक विकास कुमार को दो व्यक्तियों ने उत्तर प्रदेश से राज्यसभा सांसद बनाने का लालच देकर 13.25 लाख रुपए का चूना लगा दिया। विकास ने धर्मशाला पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज करवा दिया है। आरोपी निलेश ठक्कर उड़ीसा व सिंद्धात सिंह उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं। पुलिस के अनुसार आरोपियों ने सराह गांव के तांत्रिक विकास कुमार को बताया कि उनके उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ घनिष्ठ संबंध हैं तथा वे चाहें तो उसे राज्यसभा सदस्य मनोनीत करवा सकते हैं। इसके चलते विकास कुमार ने उसके पिता, जो हाल ही में लोक निर्माण विभाग से सेवानिवृत्त हुए थे, के लाखों रुपए राज्यसभा में सांसद मनोनीत होने के लालच में निलेश के बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करवा दिए। पुलिस को दी शिकायत में विकास ने आरोप लगाया कि ओडिशा के रहने वाले निलेश ठक्कर व यूपी के सिंद्धात सिंह की राजनीति में अच्छी पकड़ और बड़े नेताओं व आला अधिकारियों से पहचान थी, जिसके चलते वह उनके झांसे में आ गया और उनके बताए बैंक अकाउंट में 13.25 लाख रुपए ट्रांसफर करवा दिए। उसने कहा कि जैसे ही रुपए ट्रांसफर हुए, उन्होंने अपने सारे फोन व अन्य संपर्क बंद कर दिए। बता दें कि तांत्रिक विकास कुमार सराह गांव में ही तंत्र विद्या का काम करता है। ओडिशा के रहने वाले निलेश ठक्कर ने तंत्र की दीक्षा लेने के लिए उससे संपर्क साधा और सिद्धि प्राप्त करने के लिए वह एक माह तक सराह गांव में तांत्रिक विकास के पास ही ठहर कर साधना करने लगा। इसी दौरान उसने तांत्रिक को अपने झांसे में लेकर इस ठगी को अंजाम दिया। उधर, एसपी कांगड़ा विमुक्त रंजन ने बताया कि पुलिस थाना धर्मशाला में पीडि़त की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने आरोपी की कॉल डिटेल की जांच के लिए संबंधित कंपनी को पत्र भेजा है। साथ ही उसके बैंक अंकाउट की भी जांच की जा रही है।