स्पीति में बन रहे तीन हेलिपैड, दो पूरे तैयार, चीन से सटी सीमा पर बॉर्डर एरिया डिवेलपमेंट के तहत जोरों से चल रहा कार्य

शिमला – हिमाचल प्रदेश के शीत मरूस्थल स्पीति में चीन की सीमा से सटे क्षेत्रों में तीन जगह तीन हेलिपैड बनाए जा रहे हैं। इनमें दो का काम लगभग पूरा हो गया है और एक पर काम चल रहा है। बॉर्डर एरिया डिवेलपमेंट प्रोग्राम के तहत इन जगहों पर हेलिपैड का निर्माण कार्य किया जा रहा है। लाहुल-स्पीति की स्पीति घाटी के की, हल व गयू नामक स्थानों पर हेलिपैड होगा। तीनों हेलिपैड के निर्माण पर एक-एक करोड़ से अधिक की रकम खर्च करने का प्रस्ताव है। कृषि एवं जनजातीय विकास मंत्री डा. रामलाल मार्कंडेय ने शिमला में पत्रकारों के साथ अनौपचारिक बातचीत में बताया कि इसकी पूरी योजना तैयार है। हेलिपैड को लेकर उन्होंने बताया कि किन्नौर जिला की करीब 120 किलोमीटर सीमा क्षेत्र व स्पीति घाटी के 80 किलोमीटर सीमांत क्षेत्र को पिछड़ा क्षेत्र विकास योजना में शामिल किया गया है। 1999 से इन क्षेत्रों के विकास पर सरकार हर साल करोड़ों खर्च किए जा रहे हैं। योजना के तहत सीमांत क्षेत्रों में सड़कों के निर्माण के अलावा सामुदायिक भवनों व स्वास्थ्य केंद्रों का निर्माण किया जा रहा है। पर्यटन विकास के कार्य भी सरकार कर रही है। सरकार ने योजना के तहत हर साल दस-दस पंचायतों को चयनित कर इनमें अधोसंरचना व अन्य विकास कार्य करने प्रारंभ किए हैं। हर साल करीब 30 करोड़ की रकम इन क्षेत्रों में खर्च की जा रही है।

वीवीआईपी-सेना कर सकेगी इस्तेमाल

डा. मार्कंडेय ने बताया कि गयू में प्रस्तावित हेलिपैड का निर्माण कार्य लगभग पूरा होने को है। की व हल में हेलिपैड निर्माण में कुछ वक्त लगेगा। वीवीआईपी के अलावा सेना भी इनका उपयोग कर सकेगी। इससे सीमांत क्षेत्रों के विकास में भी तेजी आएगी। बागबानी व कृषि विकास भी पिछड़ा क्षेत्र विकास योजना का हिस्सा है। कृषि एवं जनजातिय विकास मंत्री ने कहा कि स्पीति घाटी में पर्यटन विकास के मद्देनजर चारजगहों पर कैफेटेरिया का निर्माण किया जा रहा है। प्रत्येक कैफेटेरिया पर 25 से 30 लाख की रकम खर्च की जा रही है। इन्हें सरकार स्थानीय युवाओं के माध्यम से चलाएगी।

किसी महिला पर दर्ज नहीं किया मामला

स्पीति में महिलाओं द्वारा उनके खिलाफ प्रदर्शन के मामले को लेकर उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ  स्थानीय महिलाओं की नारेबाजी को लेकर कांग्रेस बेवजह तूल दे रही है। किसी भी महिला के खिलाफ कोई भी मामला दर्ज नहीं किया गया है। एक मामला इस मुद्दे को लेकर दर्ज हुआ है, जो कि दो पुरुषों के खिलाफ है। इसमें किसी भी महिला को नामजद नहीं किया गया है।