तनाव व पाचन की समस्या

तनाव एक ऐसी मानसिक समस्या है, जिसे यदि समय रहते कंट्रोल न किया जाए, तो यह कई अन्य स्वास्थ्य समस्याओं को पैदा कर सकता है। जिसमें आपके इम्यून सिस्टम से लेकर त्वचा और बालों के साथ-साथ पाचन पर भी तनाव का असर पड़ सकता है। कई बार पाचन संबंधी समस्याओं के पीछे आपका गलत खान-पान और दिन भर की शारीरिक गतिविधि कारण हो सकते हैं। इसके अलावा, आपको जानकर हैरानी होगी कि तनाव भी आपकी पाचन प्रक्रिया को परेशान कर सकता है। जी हां, ऐसे कई लक्षण हैं, जिनके पीछे तनाव होता है, लेकिन कम ही लोग इन सबके बारे में जानते हैं। आइए जानते हैं इसके बारे में।

तनाव और पाचन स्वास्थ्य के बीच संबंध – ऐसा माना जाता है कि जब कोई व्यक्ति तनाव महसूस करता है, तो सबसे पहले उसकी इम्युनिटी पर उसका असर होता है। तनाव के कारण व्यक्ति की इम्युनिटी कमजोर होने लगती है, जिसके कारण वह फ्लू, इन्फेक्शन या पाचन संबंधी समस्याओं से गुजर सकता है। हालांकि बहुत से लोग तनाव को गंभीर स्थिति नहीं मानते हैं। लेकिन अगर इसे अनुपचारित छोड़ दिया जाए, तो यह हृदय रोगों के उच्च जोखिम के साथ आपके स्वास्थ्य को कई तरह से नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है। बहुत अधिक तनाव के कारण लगातार सिरदर्द, मांसपेशियों में तनाव, छाती में दर्द, अनियमित दिल की धड़कन, हाई बीपी और भूख में उतार-चढ़ाव के साथ आपके पाचन पर असर दिखता है। तनाव से पारसपर्मेटिक तंत्रिका तंत्र की सक्रियता होती है, जो गैस्ट्रिक एसिड और स्राव का कारण बनता है जैसे एसिडिटी, कब्ज, दस्त, भूख न लगना या अधिक लगना।  तनाव से पेट में एसिड की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे अपच और दिल की जलन होती है। क्योंकि आंत में बैक्टीरिया भोजन को तोड़ने के लिए जिम्मेदार होते हैं, इसलिए उनकी प्रकृति में असंतुलन पाचन समस्याएं पैदा कर सकता है। ऐसा केवल हम नहीं, बल्कि अध्ययन भी बताते हैं कि खुश रहने से गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं कम हो सकती हैं।

तनाव से बचने के लिए क्या करें-

यदि आप तनाव को कम करना चाहते हैं, तो सबसे पहले आप हेल्दी डाइट और लाइफस्टाइल पर ध्यान दें। आप रोजाना नियमित रूप से एक्सरसाइज करें और ब्रीदिंग एक्सरसाइज, माइंडफुल मेडिटेशन और मार्निंग वॉक करें। यह सभी एक्सरसाइज आपको शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहने और तनाव को कम करने में मदद करेंगे। प्रतिदिन खूब सारा पानी पिएं और खाना स्किप न करें। सकारात्मक सोचें और खुश रहने की कोशिश करें। जिसके लिए आपको जो बातें परेशान कर रही हैं, उन्हें अपने करीबी दोस्तों या परिवार के सदस्य को बताएं। जिससे कि आप तनावमुक्त रह सकें।