महज 70 मिनट में बनाई सेंचुरी, आज तक नहीं टूटा 99 साल पहले बना यह रिकॉर्ड, जानें किसके नाम है

ऑस्ट्रेलिया के जैक मॉरिसन ग्रेगरी का टेस्ट करियर तो ज्यादा बड़ा नहीं रहा, लेकिन उन्होंने अपने अद्भुत प्रदर्शन से जरूर चौंकाया। 1920 के शुरुआती दशक में ग्रेगरी ने अपनी तेज गेंदबाजी से इंग्लैंड के बल्लेबाज को दहशत में रखा। 1973 में आज ही (7 अगस्त) 77 साल की उम्र में इस महान ऑलराउंडर का निधन हुआ था। ग्रेगरी जिन्हें दाहिने हाथ के घातक तेज गेंदबाज के तौर पर जाना जाता था, टेस्ट मैचों में दो शतकों के साथ 36.96 के एवरेज से 1146 रन बनाए।

उन्होंने 24 टेस्ट मैचों के करियर में बिना ग्लव्स के बाएं हाथ से बल्लेबाजी की। गेंदबाजी की बात करें, तो उन्होंने 31.15 के एवरेज से 85 विकेट चटकाए। ग्रेगरी के नाम ऐसे दो वल्र्ड रिकॉर्ड हैं, जो आज तक बरकरार हैं। 1921 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ जोहानिसबर्ग टेस्ट में उन्होंने महज 70 मिनट में 67 गेंदों में शतक जड़ दिया था। तब उनका यह शतक टेस्ट इतिहास का सबसे तेज शतक रहा। उन्होंने न सिर्फ सबसे कम गेंदों में शतक पूरा किया, बल्कि शतक हासिल करने के लिए क्रीज पर सबसे कम समय बिताया।

सबसे कम गेंदों पर शतक जमाने की बात करें, तो ग्रेगरी का यह रिकॉर्ड 65 वर्षों तक बना रहा, जब वेस्टइंडीज के धुरंधर विव रिचड्र्स ने इंग्लैंड के खिलाफ सेंट जोंस में 1986 में 56 गेंदों में पूरा करने का कारनामा किया, लेकिन ग्रेगरी का सबसे कम मिनट में शतक पूरा करने का रिकॉर्ड आज तक नहीं टूटा है।

जैक ग्रेगरी के नाम एक और वल्र्ड रिकॉर्ड है। फील्डर के तौर पर उन्होंने एक सीरीज में सर्वाधिक कैच लपकने का कीर्तिमान बनाया। ग्रेगरी ने 1920-21 के एशेज सीरीज के दौरान 15 कैच लपके थे, जो आज भी फील्डर के तौर पर किसी टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा कैच लपकने का वल्र्ड रिकॉर्ड है।्र

जैक ग्रैगरी शुरुआती ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर डेव और नेड ग्रेगरी के भतीजे थे। इंग्लैंड के खिलाफ दिसंबर 1928 में ब्रिस्बेन टेस्ट के दौरान घुटने की चोट की वजह से ग्रेगरी का क्रिकेट करियर अचानक खत्म हो गया। वह 1922 में विजडन क्रिकेटर ऑफ द ईयर रहे।