एडम गिलक्रिस्ट ने आखिर संन्यास पर तोड़ी चुप्पी, बताया किस वजह से क्रिकेट को कहा था अलविदा

नई दिल्ली — ऑस्ट्रेलिया के पूर्व विकेटकीपर बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट ने टेस्ट से संन्यास के 12 साल बाद इस बात की पुष्टि की कि एडिलेड में वीवीएस लक्ष्मण का कैच टपकाने के बाद ही उन्होंने टेस्ट क्रिकेट छोडऩे का फैसला कर लिया था। उनका मानना है कि भारत के दिग्गज बल्लेबाज लक्ष्मण और ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने 2000 की शुरुआत में ऑस्ट्रेलियाई टीम के लिए मुश्किलें खड़ी की थीं।

48 साल के गिलक्रिस्ट ने टीवी प्रजेंटर मडोना टिक्सेइरा के शो लाइव कनेक्ट पर कहा कि लक्ष्मण भारत के बाकी बल्लेबाजों के साथ हमारे खिलाफ काफी रन बनाते थे और फिर इसके बाद हरभजन आकर हमारे विकेट लेते थे। उल्लेखनीय है कि लक्ष्मण ने अपने टेस्ट करियर के दौरान (1998-2012) ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 49.67 के एवरेज से 2434 रन बनाए थे, जिसमें उनके छह शतक और 12 अद्र्धशतक शामिल थे।

गिलक्रिस्ट ने 2008 में एडिलेड में भारत के खिलाफ खेले गए टेस्ट मैच में संन्यास की घोषणा कर दी थी। ऐसी खबरें थी कि उन्होंने यह फैसला लक्ष्मण का कैच छोडऩे के बाद लिया था। भारत के खिलाफ उस सीरीज के चौथे टेस्ट के बीच में ही गिलक्रिस्ट ने अपने संन्यास की घोषणा कर सभी को चौंका दिया थाद्ध ऑस्ट्रेलिया ने वह सीरीज 2-1 से जीती थी। 12 साल बाद अब उन्होंने चुप्पी तोड़ी।

उन्होंने कहा कि अगर आप टेस्ट मैच में लक्ष्मण का कैच छोड़ते हैं तो मुझे लगता है कि यह संन्यास लेने का अच्छा कारण है। आप उन्हें ज्यादा मौके नहीं दे सकते। गिलक्रिस्ट ने कहा कि वह हमेशा अच्छे फॉर्म में रहते हुए संन्यास लेना चाहते थे। उन्होंने कहा कि जहां तक संन्यास की बात है तो मैं हमेशा यह सोचता था कि मैं तब संन्यास लूंगा जब लोग कहेंगे कि आप खेलते रहो न कि आप संन्यास क्यों नहीं ले लेते।

गिलक्रिस्ट ने 396 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 905 शिकार किए, जिनमें 813 कैच और 92 स्टंपिंग शामिल हैं। दक्षिण अफ्रीका के मार्क बाउचर (998) के बाद उनका यह दूसरा सर्वश्रेष्ठ आंकड़ा है।