बद्दी की मुस्कान बनीं आईएएस, यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा में देशभर में हासिल किया 87वां रैंक

बद्दी (बीबीएन) – औद्योगिक नगरी बद्दी की मुस्कान जिंदल ने कड़ी मेहनत की बदौलत यूपीएससी सिविल सर्विसेज की परीक्षा में देशभर में 87वां रैंक हासिल किया है। 22 वर्षीय मुस्कान ने पहले प्रयास में ही आईएएस की परीक्षा उत्तीर्ण की है। मुस्कान का फाइनल इंटरव्यू दिल्ली में 28 जुलाई को हुआ था और मंगलवार को सिविल सेवा परीक्षा का रिजल्ट घोषित हुआ, जिसमें हिमाचल की बेटी मुस्कान ने परचम लहराया है।

होनहार बेटी के आईएएस बनने से जहां बीबीएन समेत पूरे हिमाचल में खुशी का माहौल है, वहीं उनके घर पर बधाई देने वालों का तांता लग गया है।  मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने भी ट्वीट कर मुस्कान जिदंल को बधाई दी है। मुस्कान ने बचपन से ही आईएएस आफिसर बनने का लक्ष्य तय कर लिया था। इस लक्ष्य को पाने के लिए जहां मुस्कान के पिता ने हमेशा प्रोत्साहित किया, वहीं पूरे परिवार ने भी भरपूर सहयोग दिया। बद्दी के हाउसिंग बोर्ड फेस-1 में अपने दादा, माता-पिता व चाचा-चाची सहित 17 सदस्यों वाले संयुक्त परिवार में रहने वाली होनहार मुस्कान स्कूल के दिनों से ही टॉपर रही है। उसने प्रारंभिक पढ़ाई वीआर पब्लिक स्कूल बददी से की और 10वीं में 10 सीजीपीए और 12वीं कक्षा में 96 फीसदी नंबर लेकर स्कूल में टॉप किया था। उसके पश्चात एसडी कालेज चंडीगढ़ से बीकॉम आनर्स किया।

इसी दौरान आईएएस की तैयारी भी शुरू कर दी। करीब एक बर्ष तक दिन-रात कड़ी मेहनत व लगन के बूते मुस्कान ने सिविल सर्विसेज की परीक्षा उत्तीर्ण की और टॉप-100 में अपनी जगह बना कर मिसाल कायम कर दी। मुस्कान का कहना है कि कोई भी कार्य अंसभव नहीं होता। हमारा लक्ष्य स्पष्ट होना चाहिए। उनका मानना है कि परिणाम की चिंता करने की बजाय नियमित अभ्यास पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, दादा-दादी तथा अपने गुरुजनों को दिया है, जिनकी निरंतर प्रेरणा से यह मुकाम हासिल हुआ है। बकौल मुस्कान अगर आप निरंतर प्रयास करते रहें तो आपको सफल होने से कोई नहीं रोक सकता, और यह भी कभी नहीं भूलना चाहिए कि एक सपना जादू से हकीकत नहीं बन सकता, इसमें दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत लगती है।

अपने परिवार की पहली आईएएस अधिकारी बनी मुस्कान के पिता पवन जिंदल बद्दी में ही हार्डवेयर की दुकान चलाते हैं। मुस्कान की माता ज्योति जिंदल गृहिणी हैं। पवन जिंदल अपनी बेटी की सफलता पर बेहद खुश हैं। वह कहते हैं कि अभी तक हमें लोग बद्दी में व्यापारी के नाम से जानते थे, लेकिन अब बेटी के अधिकारी बनने के उपरांत देश भर में लोग हमें मुस्कान के पिता के नाम से जानने लगेंगे, जोकि हमारे लिए बहुत ही गर्व की बात है। मुस्कान के दादा साधुराम जिंदल कहते हैं कि बच्चों की वजह से घर में बधाइयों का तांता लगा हुआ है और परिवार में खुशी का माहौल है।

वहीं, मुस्कान के चाचा राजेश जिंदल का कहना है कि श्रीराम के आशीर्वाद से हमारे परिवार में राम मंदिर निर्माण कार्य शुरू होने से एक दिन पहले दीपों के उत्सव का माहौल है। यह सब प्रभु श्रीराम की कृपा है, जो हमारे परिवार ने एक दिन पहले ही प्रसाद ग्रहण कर लिया है। दून के विधायक परमजीत पम्मी, पूर्व विधायक चौधरी राम कुमार , एसडीएम नालागढ़ प्रशांत देष्टा ने मुस्कान को बधाई दी है।

सेल्फ स्टडी पर जोर, करंट अफेयर्स के लिए पढ़े न्यूज पेपर

चंड़ीगढ़ में बीकॉम ऑनर्स की पढ़ाई के दौरान मुस्कान ने सिविल सेवा परीक्षा के लिए कोचिंग ली। 2018 में बीकाम (ऑनर्स) पूरा करने के बाद यूपीएससी परीक्षा की तैयारी के लिए अपना पूरा समय दिया और एक साल तक सेल्फ स्टडी की। वह रोज सात-आठ घंटे पढ़ाई करती थी और करंट अफेयर्स के लिए समाचार पत्र जरूर पढ़ती थी।

मुख्यमंत्री की बधाई 

शिमला – जिला सोलन के बद्दी की मुस्कान जिंदल को लोक सेवा संघ आयोग की सिविल सेवा परीक्षा उत्तीर्ण करने पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने उन्हें बधाई दी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मुस्कान जिंदल की यह उपलब्धि प्रदेश के लिए गौरव की बात है और उनकी इस सफलता से प्रदेश के अन्य युवा भी प्रोत्साहित होंगे। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने भी मुस्कान को इस उपलब्धि पर बधाई दी है।