भारत की तुर्की को हिदायत: हिंदुस्तान के आंतरिक मामलों में न दे दखल

नई दिल्ली – भारतीय विदेश मंत्रालय ने जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद-370 को लेकर बीते दिनों तुर्की की ओर से किए गए बयान को तथ्यात्मक रूप से गलत, पक्षपातपूर्ण और गैजरूरी बताया है। गुरुवार को विदेश मंत्रालय ने कहा कि तुर्की भारत के आंतरिक मामलों में तब दखल दे जब उसे यहां की जमीनी हकीकत का पता हो। दरअसल, बीते दिनों तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोआन के कश्मीर की तुलना फिलीस्तीन से करने के साथ भारत पर कोरोना संकट के दौरान कश्मीर में अत्याचार करने का आरोप भी लगाया था।

ईद उल अजहा के मौके पर एर्दोआन ने पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी और प्रधानमंत्री इमरान खान से बात की थी और कश्मीर के मामले में पाक को समर्थन देने की बात कही थी। वहीं, कुछ दिन पहले तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगान ने पाकिस्तानी समकक्ष आरिफ अल्वी और प्रधानमंत्री इमरान खान से फोन पर बात करते हुए भरोसा दिलाया था कि उनका देश कश्मीर के मुद्दे पर पाकिस्तान के साथ खड़ा है। बता दें, तुर्की इससे पहले भी कई बार पाक को इस तरह का आश्वासन दे चुका है, लेकिन पाक इस बात से वाकिफ है कि पूरी दुनिया भारत के साथ खड़ी है।