हिमाचल के मंत्री ने किए बेनामी भू सौदे, मेजर मनकोटिया ने खोला मोर्चा सैकड़ों कनाल की खरीद-फरोख्त

धर्मशाला –मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के कांगड़ा प्रवास के दौरान पूर्व मंत्री मेजर विजय सिंह मनकोटिया ने प्रदेश सरकार के एक मंत्री के खिलाफ  मोर्चा खोल दिया है। मेजर ने मंत्री पर जमीन के बेनामी सौदे करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि मंत्री ने धर्मशाला व इसके आसपास सहित अन्य क्षेत्रों में सैकड़ों कनाल भूमिअपने करीबियों के नाम खरीदी है, जिसकी सरकार को जांच करवानी चाहिए।

धर्मशाला में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए मनकोटिया ने बिना किसी का नाम लिए कहा कि जयराम कैबिनेट के एक मंत्री व उनके रिश्तेदारों ने फतेहपुर उपमंडल में कई कनाल भूमि का सौदा किया है। इसके अलावा धर्मशाला के निकट तपोवन के बाघणी व अपर भागसू में भूमि के सौदे किए हैं। भूमि खरीद के ये सभी सौदे धर्मशाला में आयोजित इन्वेस्टर्स मीट से पहले हुए हैं, इससे जाहिर होता है कि कोई बड़ा प्रोजेक्ट लगाने के नाम पर ये  जमीन खरीदी गई थी। मेजर मनकोटिया ने कहा कि फतेहपुर के अलावा एक अन्य ब्लॉक में भी 1100 कनाल जमीन का भी बेनामी सौदा हुआ है। धर्मशाला में भी सैकड़ों कनाल जमीन की खरीद-फरोख्त हुई है।

उन्होंने मुख्यमंत्री से सवाल किया कि आपकी सरकार के एक कैबिनेट मंत्री और उनके रिश्तेदारों पर इन बेनामी सौदों में नाम सामने आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि कहीं सरकार की आड़ में ये गोरखधंधा तो नहीं हो रहा। मनकोटिया ने शांता कुमार और भाजपा के दिग्गज नेताओं पर तंज कसते हुए कहा कि अमूमन ईमानदारी का ढिंढोरा पीटते नजर आने वाली भाजपा सरकार के ही एक मंत्री पर जो आरोप लग रहे हैं, उन्हें लेकर क्या भाजपा सरकार और उनके नेता निष्पक्षता से जांच करवाएंगे। उन्होंने कहा कि जनता ने सेवा के लिए भेजा है और नेता भ्रष्टाचार कर रहे हैं, ऐसे में मूल्यों पर आधारित राजनीति करने का दावा करने वाली भाजपा क्या अब मूल्यों से समझौता करेगी।

इस्तीफा दें मिनिस्टर

मेजर मनकोटिया ने कहा कि जिस तरह से स्वास्थ्य विभाग में घोटाले के बाद भाजपा अध्यक्ष डा. बिंदल का इस्तीफा हुआ है, उसी तरह से इस मामले में भी मंत्री का इस्तीफा होना चाहिए। उन्होंने इन बेनामी भूमि सौदों की जांच के लिए मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृह मंत्री अमित शाह एवं पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार को पत्र लिखकर सारे मामले की जांच की मांग की है।