टीम – रिकांगपिओ, शिमला
हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश ने जगह-जगह तबाही मचाई है। वहीं किन्नौर जिला में तीन स्थानों पर बादल फटने और सतलुज सहित इसकी सहायक नदियों में बाढ़ आने से चार पनविद्युत परियोजनाओं से बिजली उत्पादन बंद कर दिया गया है। किन्नौर जिला को जोड़ने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग-5 दो स्थानों पर अवरुद्ध हो गया है। वहीं सतलुत में बाढ़ आने से तांगलिंग पुल भी बह गया है, जिससे स्कीबा और आसपास की लगभग 24 पंचायतों का संपर्क जिला मुख्यालय से कट गया है। यहां बादल फटने से सेब के बागीचों को भी नुकसान पहुंचा है।
किन्नौर में पुल बहा, 200 मीटर सड़क गायब
रिकांगपिओ – किन्नौर जिला की रिस्पा पंचायत में मंगलवार देर रात मानसून ने फिर अपना रौद्र रूप दिखाया। बताया जा रहा है कि भारी बारिश के बाद रात करीब 12 बजे सतलुज में बाढ़ आने से एक पुल बह गया। इसी तरह रिस्पा गांव के कई ग्रामीणों के सेब के बागीचों को भी खतरा बना हुआ है। वहीं, रिस्पा गांव को जोड़ने वाली करीब 200 मीटर संपर्क सड़क पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है। यहां सड़क एक खाई में तबदील हो गई है। इतना ही नहीं, रिस्पा में तीन सिंचाई कूहलें व पेयजल आपूर्ति लाइन भी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है। इससे करोड़ों रुपए का नुकसान का अनुमान है। नदी में बाढ़ आने से आकपा के पास सतलुज नदी पर बने अस्थायी पुल के बह जाने से स्पीति सहित किन्नौर के ऊपरी क्षेत्रों की ओर बड़े वाहनों की आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई है, जबकि छोटे वाहनों की आवाजाही अन्य पुल से जारी है। उधर, नदी के उफान पर आने की सूचना पर एडीएम पूह अश्वनी कुमार, पीडब्ल्यूडी के अधिशाषी अभियंता लोक निर्माण विभाग प्रकाश नेगी, नायब तहसीलदार मूरंग राजेश नेगी सहित कई अधिकारी व पूह भाजपा मंडल अध्यक्ष सुभाष नेगी ने घटनास्थल पर पहुंच कर नुकसान का जायजा लिया।