क्या कोई राजनीतिज्ञ भूमि नहीं खरीद सकता, मेजर के आरोपों पर सरवीण का पलटवार

दिव्य हिमाचल ब्यूरो—धर्मशाला    

सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री सरवीण चौधरी ने गुरुवार को पूर्व मंत्री मेजर विजय सिंह  मनकोटिया द्वारा लगाए गए भू-सौदों के आरोपों पर खुलकर अपना पक्ष रखा। उन्होंने कहा कि क्या कोई राजनीतिज्ञ जमीन नहीं खरीद सकता। कानूनी दायरे में रहकर ही भूमि खरीदी गई है। मनकोटिया पर सीधा सियासी हमला करते हुए उन्होंने कहा कि मेजर ने उनके ससुर, पति व बेटे का नाम लेकर मिथ्या प्रचार किया है। उनके खिलाफ मानहानी का केस किया जाएगा। इसके लिए कानूनी प्रक्रिया चल रही है। हार की हैट्रिक लगाने वाले व्यक्ति का ट्रैक रिकार्ड सभी के सामने है।  मनकोटिया का पहले ही रिकार्ड रहा है कि वह पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह, रामलाल, सत महाजन  सहित कई नेताओं के खिलाफ भ्रामक प्रचार कर माफी मांग चुके हैं। उन्होंने कहा कि वह वर्ष 1993 से चुनाव लड़ रही हैं और जो आरोप उनके परिवार पर लगाए गए हैं, उससे संबंधित भूमि के एफेडेविट वह वर्ष 2012 और 17 के चुनावों में दे चुकी हैं।

 उन्होंने कहा कि उनके पति ब्रेगेडियर पवन ने 32 साल सेना में सेवाएं दी हैं और करीब सवा लाख रुपए पेंशन लेते हैं। इसके अलावा उनके बेटे ने भी एमबीए किया है और एक साल तक नौकरी भी की है। ऐसे में उन्होंने मेहनत कर जमीन खरीदी है। इस भूमि पर वह कंपनी बनाकर कोई कारोबार करना चाहते थे।  सरवीण ने बताया कि साढ़े तीन करोड़ का लोन भी  उनके परिवार के नाम है। उन्होंने जमीन कानूनी दायरे में रहकर ही खरीदी है। यह किसी भी व्यक्ति का अधिकार है। सरवीण चौधरी ने कहा कि मनकोटिया के परिवार ने क्या किया यह भी उनके पास है। उन्होंने कहा कि कितनी संपत्ती राजस्थान, होश्यिरपुर और हिमाचल में बेची। ओम महल को होम स्टे में क्यों पंजीकृत करवाया। भनाला के नाहलन में 2003 में राजीव गांधी स्मारक बनाने को जमीन खरीदी, वह क्यों बेच दी और कितने में बेची यह भी जनता को बताएं। मकलोडगंज ग्रीन बैल्ट में कैसे प्रोजेक्ट चला रहे हैं। मंत्री ने पूछा कि उन्हें भूमि संबंधी दस्तावेज कहां से मिले इस बात का भी खुलासा करें।

सभी को बच्चों की चिंता

मंत्री ने सवाल उठाते हुए कहा कि एक चिडि़या भी अपने बच्चों की चिंता करती है और उन्होंने अपने बच्चों के भविष्य के लिए सोचा तो इसमे गलत क्या है। हर कोई अपनी और अपने परिवार की सिक्योरिटी  के लिए काम करता है। ऐसे में उन्होंने कोई गलत काम नहीं किया।

जमीन का रखा ब्यौरा

ब्रेगेडिर पवन कुमार ने कहा कि उनके पास कुल 515 कनाल भूमि है। उनके बेटे के नाम पर 275  और उनके अपने नाम 240 कनाल भूमि है। लैंड सीलिंग एक्ट के तहत करीब 300 कनाल भूमि होनी चाहिए। ऐसे में दोनों के नाम 300 कनाल से कम है। संबंधित भूमि पर वह कुछ अलग प्रोजेक्ट पर काम करने की योजना बना रहे थे।