क्यों लगता है चश्मा

आंखों की फोकसिंग मस्सल्स डैमेज हो जाने के कारण आंखों की रोशनी कम हो जाती है। इसके कारण चश्मा लगाने की जरूरत पड़ती है। आंखों में मौजूद फोकसिंग मस्सल्स  के डैमेज होने के कई कारण होते हैं। समय रहते अगर सही उपाय अपनाया जाए, तो इस प्रॉब्लम से बचा जा सकता है। आइए जानते हैं इसके कारण के बारे में और इससे बचने के आसान टिप्स के बारे में।

आनुवंशिक कारण

चश्मा लगने की एक वजह आनुवंशिक भी होती है। अगर पेरेंट्स को चश्मा लगा है, तो बच्चे को भी चश्मा लगने की संभावना बढ़ जाती है।

घंटों स्क्रीन देखना

लगातार कई घंटों तक कम्प्यूटर, मोबाइल या टीवी की स्क्रीन देखने से आंखों की फोकसिंग मस्सल्स पर बुरा असर पड़ता है। इससे आंखों की रोशनी कमजोर हो जाती है।

अनहेल्दी डाइट

नियमित आहार में विटामिन ए वाली चीजें जैसे पीले फल, दूध, अंडे, हरी सब्जियां और गाजर न लेने से आंखों की रोशनी कम हो जाती है। ऐसे में चश्मा लगने की आशंका बढ़ जाती है।

पूअर विजुअल हाइजिन

कम रोशनी में काम या पढ़ाई करने से आंखों की फोकसिंग मस्सल्स डैमेज होने लगती है। इससे चश्मा लगने की प्रॉब्लम बढ़ जाती है।

आंखों की रोशनी बढ़ाने के टिप्स

दही- इसमें विटामिन ए काफी होता है। इस वजह से यह आंखों की रोशनी बढ़ाने में हेल्पफुल होता है।

हरी सब्जियां– हरी सब्जियां जैसे पालक, धनिया, पत्ता गोभी और मेथी में कैरोटिनाइड पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। इससे आंखों की रोशनी बढ़ती है।

गाजर- इससे शरीर को पर्याप्त मात्रा में कैरोटिनाइड मिलता है, जो आंखों की रोशनी बढ़ाने मे मददगार है।

दूध- यह विटामिन ए और प्रोटीन का अच्छा स्रोत होता है। इसे नियमित पीने से आंखों की रोशनी बढ़ती है।

पपीता- पपीते में पर्याप्त मात्रा में कैरोटिनाइड पाया जाता है। जो आंखों की रोशनी बढ़ाने के लिए कारगर होता है।

पीला कद्दू- इसमें कैरोटिनाइड काफी होता है। जो आंखों की रोशनी बढ़ाता है।

सहजन की पत्तियां- यह विटामिन ए का काफी अच्छा सोर्स है। इसे डाइट में शामिल करने से आंखों की रोशनी बढ़ती है।

शकरकंद- इसमें भी कैरोटिनाइड भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जिससे यह आंखों को हेल्दी रखता है।