लगता है कांग्रेस की कई पीढि़यों ने देखा है कोरोना, मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर का विपक्षी दल पर हमला

उपदेश के बजाय सरकार का सहयोग करें

धर्मशाला –मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कोरोना महामारी को लेकर विपक्षी दल कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि वह इस मुद्दे को लेकर भी राजनीति कर रही है। कांग्रेस नेता भाषणों में इस तरह से सरकार को दिशा निर्देश दे रहे हैं, जैसे उनकी कई पीढि़यों ने कोरोना देखा हो। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी सभी के लिए एक पहला अनुभव  है।

 बावजूद इसके केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों पर काम करते हुए हिमाचल इससे लड़ने में बड़े स्तर पर कामयाब रहा है। धर्मशाला सर्किट हाउस में पत्रकारों से रू-ब-रू सीएम ने कहा कि कांग्रेस नेताओं को पहले उनकी पार्टी शासित राज्यों की हालत देखनी चाहिए। उसके बाद ही कुछ कहना चाहिए। जहां-जहां कांग्रेस नीत व गठबंधन की सरकारें हैं, वहां कोरोना के हालात सबसे खराब हैं।

चाहे वह पड़ोसी राज्य पंजाब हो, महाराष्ट्र हो या फिर राजस्थान। उन्होंने कांग्रेस को नसीहत देते हुए कहा कि कोरोना के इस काल में दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सरकार का सहयोग करें। राजनीति करने के लिए उनके पास लंबा समय है। पर्यटन को खोलने और बचाने की जब बात की, तो भी विपक्ष ने विरोध किया, जबकि हिमाचल में एक भी पर्यटक कोरोना पॉजिटिव नहीं आया। पार्टी के वरिष्ठ नेता शांता कुमार द्वारा कोविड-19 पर अपनी ही सरकार को दी गई सलाह को लेकर मुख्यमंत्री ने कहा कि शांता कुमार बिल्कुल सही कह रहे हैं। उनकी सलाह व सुझावों का वह स्वागत करते हैं तथा उनके सुझावों को धरातल पर भी उतारा जा रहा है।

 उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना के कारण बहुत बड़ा आर्थिक नुकसान हुआ है, जिसके लिए अर्थव्यवस्था को खोलना जरूरी है। सरकार प्रदेश में कमाई का सबसे बड़ा जरिया टूरिज्म सेक्टर को खोलने का भी प्रयास कर रही है। प्रदेश की अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाना बड़ी चुनौती है, जिसके लिए सरकार को बड़े निर्णय करने पडें़गे। प्रदेश को कोरोना की बजह से 30 हजार करोड़ का नुकसान उठाना पड़ा है। मुख्यमंत्री ने कोविड-19 टेस्ट को लेकर केंद्र सरकार द्वारा दी जा रही आर्थिक सहायता को बंद किए जाने के सवाल पर कहा कि अभी तक ऐसा कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि अधिकांश राज्यों ने केंद्र से इस सहायता को जारी रखने का आग्रह किया गया है।

ग्रेड-पे का मसला जल्द सुलझा लेंगे

प्रदेश में अनुबंध पर काम कर रहे चिकित्सकों के ग्रेड-पे के मामले पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस मुद्दे को लेकर उनकी एसोसिएशन से चर्चा हुई है तथा इसे जल्द ही सुलझा लिया जाएगा।

31 के बाद खुल सकते हैं मंदिर

धर्मशाला को दूसरी राजधानी के दर्जे को लेकर उन्होंने कहा कि कांग्रेस बार-बार इस मुद्दे का उठाती है, जबकि उन्होंने उस दौरान इस बारे में क्या किया वह बताएं। अगर उन्होंने घोषणा के अलावा कुछ किया होता, तो ज्यादा अच्छा होता। प्रदेश में मंदिरों को खोलने को लेकर 15 अगस्त के बाद दोबारा पुनर्समीक्षा की जाएगी। कोरोना मामलों में कमी आती है, तो 31 अगस्त के बाद मंदिरों को खोलने पर विचार किया जा सकता है।

रोजगार-स्वरोजगार पर काम

रोजगार व स्वरोजगार के बड़े मुद्दे पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के बाहर से लौट कर आए टैलेंट को प्रदेश के विभिन्न उद्योगों सहित स्वयं के स्वरोजगार के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसके लिए सरकार बाकायदा ऐसे लोगों का डाटा तैयार कर उन्हें संबंधित स्थानों के लिए भेज रही है।

मिनी सचिवालय में बैठें मंत्री

धर्मशाला के मिनी सचिवालय में मंत्रियों के बैठने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि वह अपने सहयोगियों खासकर कांगड़ा से सरकार में मंत्रियों को जरूर कहेंगे कि वह यहां समय-समय पर बैठकर लोगों का समस्याओं का समाधान करें।