मान गए पायलट, राहुल गांधी-प्रियंका गांधी से मुलाकात के बाद छोड़े बगावती तेवर

दिव्य हिमाचल ब्यूरो, नई दिल्ली

राजस्थान में जारी सियासी संकट का हल निकल गया और सचिन पायलट ने बगावती तेवर छोड़ दिए हैं। सोमवार को उन्होंने राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से मुलाकात की और इसके बाद उनकी कांग्रेस में वापसी का रास्ता लगभग पक्का हो गया। कांग्रेस पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने एआईसीसी से एक कमेटी बनाने को कहा है, जो सचिन पायलट और बागी विधायकों की ओर से उठाए गए मुद्दों का हल निकालेगी। कांग्रेस के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने कहा कि सोनिया गांधी ने फैसला किया है कि पार्टी सचिन पायलट और बागी विधायकों की ओर से उठाए गए मुद्दे को दूर करने के लिए एक तीन सदस्यीय समिति का गठन करेगी और उसके बाद उचित निर्णय लिया जाएगा।

इसी बीच पायलट गुट के एक विधायक ने सोमवार शाम को कांग्रेस में वापसी कर ली है और अगले दो दिन में सभी असंतुष्ट विधायक वापस लौट आएंगे। बता दें कि राजस्थान में विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले सचिन पायलट ने सोमवार को दिल्ली में राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से मुलाकात की। इस मुलाकात में सचिन पायलट ने अपनी और बागी विधायकों की समस्यों के बारे में राहुल और प्रियंका गांधी को पूरी जानकारी दी। सचिन पायलट ने यह साफ किया कि उनका कदम कांग्रेस पार्टी के खिलाफ नहीं, बल्कि अशोक गहलोत के विरोध में था। पायलट ने राजस्थान में सियासी संकट के पीछे की पूरी कहानी बताई और यह भी बताया कि वह क्यों बगावत को मजबूर हुए।  गौर हो किपायलट से मुलाकात से पहले राहुल गांधी और प्रियंका ने करीब डेढ़ घंटे तक बैठक की। बाद में दोनों राहुल गांधी के आवास से निकले और किसी अन्य स्थान पर जाकर पायलट से मिले।

यह मुलाकात विधानसभा सत्र आरंभ होने से कुछ दिनों पहले हुई है और अब राजस्थान में कांग्रेस के भीतर पिछले कुछ हफ्तों से चली आ रही उठापठक थमने की उम्मीद है। गौरतलब है कि 14 अगस्त से राजस्थान विधानसभा का सत्र आरंभ होगा, जिसमें मुख्यमंत्री अशोक गहलोत बहुमत साबित करने का प्रयास करेंगे। मुख्यमंत्री गहलोत के खिलाफ खुलकर बगावत करने और विधायक दल की बैठकों में शामिल नहीं होने के बाद कांग्रेस आलाकमान ने पायलट को प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और उप मुख्यमंत्री के पदों से हटा दिया था। बागी रुख अपनाने के साथ ही पायलट कई बार स्पष्ट कर चुके हैं कि वह भाजपा में शामिल नहीं होंगे।