पेंशनरों की अनदेखी का जड़ा आरोप

दिव्य हिमाचल ब्यूरो। चंबा

पेंशनर वेलफेयर एसोसिएशन के राज्य प्रवक्ता पीसी ओबराय ने सरकार पर पेंशनरों की अनदेखी का आरोप जड़ा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में भाजपा सरकार के गठन को तीन वर्ष का अरसा होने जा रहा है, लेकिन पेंशनरों की मांगें व समस्याएं ज्यों की त्यों बनी हुई है। इनको लेकर सरकार की ओर से महज आश्वासन ही दिए जा रहे है, जिससे पेंशनर खुद को अब ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं कोरोना महामारी के दौर में पेंशनरों को जनवरी व जुलाई माह में जारी होने वाले डीए को भी फ्रीज कर दिया है। उन्होंने कहा कि महंगाई के इस दौर में सरकारी सेवा से रिटायर्ड कर्मचारियों के लिए पेंशन ही गुजर- बसर का साधन है। मगर सरकार पेंशनरों की मांगों व समस्याओं का हल करने की बजाय डीए फ्रीज करने के फैसल लेकर दिक्कतें बढ़ा रही है।

उन्होंने बताया कि एसोसिएशन की मुख्य मांगों में चिकित्सा भत्ते की राशि को एक हजार रुपए मासिक करना और 65 से 75 वर्ष की आयु पूर्ण कर चुके पेंशनरों की पेंशन में पांच से पंद्रह फीसदी तक बढौतरी कर मूल पेंशन में समायोजित करना है। मगर खेद का विषय है कि चुनावों से पहले इन मांगों को पूरा करने का दम भरने वाली भाजपा सत्ता में आने के बाद ही पूरी तरह भूला बैठी है। उन्होंेने कहा कि इन कारागुजारियों के चलते पेंशनरों में सरकार के खिलाफ  रोष बढ़ता जा रहा है।